Firing in Supaul: नर्सरी के छात्र ने तीसरी कक्षा के स्टूडेंट को मारी गोली, बैग में लेकर पहुंचा था पिस्टल

On: Wednesday, July 31, 2024 8:44 PM
Firing in Supaul

Bihar News: बिहार में इस वक्त देखा जाए तो लोगों के मन से अब कानून का खौफ बिल्कुल भी खत्म होता जा रहा है बिहार के सुपौल (Firing in Supaul) जिले से एक ऐसी घटना सामने आ रही है जिसने हर किसी का दिल दहला दिया है. सुपौल के लाल पट्टी स्थित सेंट जॉन बोर्डिंग स्कूल में नर्सरी क्लास में पढ़ने वाले 5 साल के एक बच्चे ने तीसरी क्लास के 10 वर्षीय छात्र पर गोली चला दी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. दरअसल नर्सरी में पढ़ने वाले बच्चे ने अपने बैग में छुपा कर हथियार को रखा था.

उसने 10 वर्षीय जिस छात्रा को गोली मारी उसका नाम आसिफ है जिसे बाएं हाथ में गोली लगी और उसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इस घटना (Firing in Supaul) के बाद आनन- फानन में उसे अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया जहां पर उसका इलाज हो रहा है.

ये है पूरा मामला

सीतामढ़ी जिले के त्रिवेणीगंज में स्थित सेंट जॉन बोर्डिंग स्कूल में बुधवार की सुबह करीब 9:00 बजे एक 5 वर्षीय छात्रा ने 11 वर्षीय स्टूडेंट पर गोली (Firing in Supaul) चला दी. पढ़ाई के दौरान ही नर्सरी के छात्र ने अपने बैग में हथियार निकाल कर हमला कर दिया. जब घटना के बाद दोनों बच्चों के परिवार वालों को बुलाया गया तो पता चला कि नर्सरी छात्र का पिता हथियार लेकर वहां से भाग गया. इस दौरान उसका मैगजीन गिर गया जिसे घायल बच्चों के परिजनों ने पुलिस के हवाले कर दिया.

जिस बच्चे को गोली लगी, वह गोली (Firing in Supaul) उसकी हथेली को पार कर गई. पुलिस का कहना है कि छात्र के पिता गार्ड है. ऐसे में वह उनकी पिस्तौल लेकर स्कूल पहुंचा था. छात्रों के बीच आपस में कुछ बातचीत हुई जिसके बाद उसने गोली चला दी.

घटना की हो रही है जांच

इस पूरी घटना (Firing in Supaul) के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी. स्कूल प्रशासन को भी कटघरे में खडा़ किया गया है कि आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई. कोई बच्चा आखिर स्कूल में हथियार लेकर कैसे पहुंच गया. आपको बता दे कि घटना से आक्रोशित परिजनों ने लाल पट्टी गांव स्थित एन एच 327 को लगभग आधे घंटे तक जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और जल्द से जल्द अभियुक्ति की गिरफ्तारी की मांग की है.

इस घटना के बाद अपने बच्चों को स्कूल में भेजने वाले सभी माता-पिता सहमें हुए हैं. हर किसी के दिमाग में चल रहा है कि जिस नर्सरी क्लास के बच्चे के बैग में पढ़ने लिखने और खेलने का समान होना चाहिए, आखिर उसके बैग में बंदूक (Firing in Supaul) कहां से आई.

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