Patna News: बिहार की राजधानी पटना से एक दुखद खबर सामने आई है। विक्रम थाना क्षेत्र के गिरवारी टोला गांव में मंगलवार दोपहर आकाशीय बिजली (वज्रपात) गिरने से खेत में काम कर रहे 50 वर्षीय किसान सुदामा प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब वे धान की बुआई की तैयारी में अपने खेत में जुटे थे।
तेज बारिश के साथ गिरा कहर, खेत में मचा हड़कंप
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, दोपहर के समय मौसम अचानक बदल गया। देखते ही देखते तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई। इसी दौरान वज्रपात हुआ, जिसकी चपेट में सुदामा प्रसाद आ गए। घटनास्थल पर ही उनकी मौके पर मौत हो गई, जबकि पास के खेतों में काम कर रहे दो अन्य किसान भी झुलस गए।
झुलसे दो ग्रामीणों की हालत गंभीर, अस्पताल में भर्ती
घटना में झुलसे दोनों ग्रामीणों को आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों के अनुसार, दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी स्थिति पर नजर रख रही है।
विक्रम पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
घटना की सूचना मिलते ही विक्रम थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सुदामा प्रसाद के आकस्मिक निधन से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
कड़ी मेहनत करने वाले किसान थे सुदामा प्रसाद
गांव के लोग सुदामा प्रसाद को एक मेहनती, मिलनसार और जिम्मेदार किसान के रूप में जानते थे। वे खेती-बाड़ी में सबसे पहले जुटने वालों में गिने जाते थे। उनकी मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली, घर-परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और पूरा गांव गमगीन माहौल में डूबा हुआ है।
सरकार से आर्थिक मदद की मांग, राहत योजना का हवाला
ग्रामीणों ने राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। बिहार सरकार द्वारा वज्रपात पीड़ितों के लिए चलाई जा रही राहत योजना के तहत, मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख रुपये तक की अनुग्रह राशि देने का प्रावधान है। ग्रामीणों का कहना है कि सुदामा प्रसाद के परिवार को इस योजना का लाभ जल्द से जल्द मिलना चाहिए ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
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