Munger Scam : हर आम आदमी अपनी आमदनी का एक हिस्सा बैंक में जरूर जमा करता हैं ताकि ये भविष्य में मदद करें और खासकर ऐसी स्थिति में जब हमें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत हो. लेकिन आज भी ऐसे कई लोग हैं जो बैंक से ज्यादा किसी व्यक्ति विशेष पर विश्वास करते हैं और कुछ लोगों को ब्याज पर पैसे देते हैं. मुंगेर में स्थानीय लोगों का एक व्यक्ति पर आंख बंद करके विश्वास करना भारी पड़ गया और इसकी उन्हें बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है.
मुंगेर में मोहल्ला स्तर पर कोऑपरेटिव कमेटी चलने वाला सफिया सराय निवासी एक ब्रोकर जिसका नाम उमेश कुमार सिंह बताया जाता है, उसने मुंगेर के बिंदवाड़ा इलाके के 500 से भी ज्यादा लोगों के साथ ठगी की है और 200 करोड़ से भी ज्यादा की रकम लेकर फरार हो गया है. किसी को शक ना हो इसलिए आरोपी ने गंगा घाट में डूब कर आत्महत्या की खबर मोहल्ले में फैलाई लेकिन लोगों ने इस बात पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं किया. आरोपी पर स्थानीय लोगों ने यह आरोप लगाया है कि ब्रोकर लोगों से पैसे लेकर साजिश के तहत फरार हो गया है.
Munger Scam: ये है पूरा मामला
स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी उमेश एक ब्रोकर कोऑपरेटिव कमेटी चला रहा था जिसके तहत वह लोगों से दो प्रतिशत प्रति.माह ब्याज पर पैसे लेता था और हर माह की 6 तारीख को ब्याज की राशि लौटा देता था, लेकिन अचानक उसने 3 महीने से ब्याज पर पैसे देने बंद कर दिए तो लोगों को यहां शक हुआ लेकिन फिर भी लोगों को एक उम्मीद थी कि उन्हें उनके पैसे कुछ समय बाद मिल जाएंगे। दरअसल आरोपी लोगों से नगद रुपया लेकर उसके बदले उसे रेवेन्यू स्टांप पर साइन कर एकारनामा बना देता था, जबकि चेक से पेमेंट करने वालों को वो पोस्ट पेमेंट चेक देता था.
3 महीने तक आरोपी ने लोगों को ब्याज की राशि नहीं दी और उसके बाद गंगा में डूबने की अफवाह फैला दी जिसके पास स्थानीय लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई. इस बात की खबर सुनकर जब कुछ लोग आरोपी के घर पहुंचे तो वहां आरोपी के भाई ने लोगों को यह कहकर मिलने नहीं दिया कि भाई की गंगा में डूबने की बात सुनकर परिवार का कोई भी व्यक्ति बात करने की स्थिति में नहीं है. आरोपी के भाई ने यह भी कहा कि जिस आरोपी ब्रोकर ने आप लोगों से पैसा लिया है, वहीं वापस करेगा. हम पैसे कहां से लाएंगे.
कार्रवाई में जुटी है पुलिस
ठगी के शिकार हुए बिंदवाड़ा में कई लोग ऐसे हैं जिन्होने जमीन बेचकर आरोपी ब्रोकर को ब्याज पर पैसे दिए. वही कई लोग तो ऐसे हैं जिसने रिटायरमेंट का अपना पैसा लगा दिया, क्योंकि उन्हें लगा था कि भविष्य में यह पैसा उनके लिए उनका सहारा बनेगा, पर इन लोगों के साथ बिल्कुल इसके विपरीत हुआ. इस पूरे मामले को लेकर कासिम बाजार थाना अध्यक्ष ने बताया है कि मामले की जानकारी प्राप्त हुई है जिस आधार पर छानबीन की जा रही है. साथ ही साथ इससे संबंधित लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने की प्रक्रिया चल रही है.
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