Bihar Chunav: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल को एक के बाद एक जोरदार झटका लगता नजर आ रहा है. सबसे पहले तो पूर्व सांसद डॉक्टर अनिल सहनी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और अब मोहनिया में पार्टी को जोरदार झटका लगा है. राजद की श्वेता सुमन का नामांकन रद्द हो चुका है, जिसका भाजपा लीगल सेल ने विरोध किया था.
दरअसल श्वेता सुमन पर बीजेपी की तरफ से जाति प्रमाण पत्र को लेकर सवाल उठाए गए थे, जिसके बाद उनका नामांकन रद्द हो गया. नामांकन रद्द होने के बाद श्वेता सुमन ने निर्वाचन आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए.
Bihar Chunav: भाजपा पर श्वेता सुमन ने लगाए गंभीर आरोप
श्वेता सुमन का जब नामांकन रद्द हुआ तो वह रोती हुई बाहर आई और उन्होंने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि भाजपा को उनसे और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की सरकार आने से डर था. इसी वजह से उनके खिलाफ यह साजिश रची गई. भाजपा पर आरोप लगाते हुए श्वेता सुमन ने कहा कि जब लोकतंत्र में किसी व्यक्ति को चुनाव लड़ने नहीं दिया जा रहा है, अगर पूरी तरह से उनकी सरकार आएगी तो यह क्या करेंगे?
दरअसल श्वेता सुमन पर ये आरोप लगा था कि वह उत्तर प्रदेश की है और वह बिहार की मूल निवासी नहीं है जिस कारण वह बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकती ,है जिस कारण उनका नामांकन निर्वाचन आयोग ने रद्द कर दिया. हालांकि उन्होंने यह दावा किया है कि वह पिछले 20 सालों से यहां रह रही है. इसके बावजूद भी उनके खिलाफ यह कार्रवाई हुई है.
अनिल सहनी ने छोडा़ पार्टी का साथ
आपको बता दें कि इससे पहले राजद के पूर्व विधायक और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉक्टर अनिल सहनी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है जिन्होंने प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल को अपना इस्तीफा सौंपा. दरअसल उन्होंने राजद पर अति पिछड़ों के अपमान का आरोप लगाया है. पार्टी पर उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि जहां मान सम्मान ना हो और किसी से बात विचार न किया जाए, वहां नहीं रहना ही बेहतर है.
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