Tej Pratap Yadav: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सियासत अब तेज होती जा रही है। इस बीच राजद प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को महनार विधानसभा क्षेत्र में भारी विरोध का सामना करना पड़ा। यहां RJD समर्थकों ने ही उनके खिलाफ नारेबाजी की, काफिले पर पत्थरबाजी की और “तेजस्वी यादव जिंदाबाद” के नारे लगाए।
Tej Pratap Yadav: महनार में सभा के दौरान तेज प्रताप पर हमला
मिली जानकारी के अनुसार, वैशाली जिले के महनार विधानसभा क्षेत्र में तेज प्रताप यादव जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार जय सिंह राठौर के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे थे। यह सभा हीरानंद उच्च विद्यालय के प्रांगण में आयोजित की गई थी, जहां उन्होंने शाम 5 से 6 बजे तक जनता को संबोधित किया।
सभा स्थल तक तेज प्रताप यादव हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे, लेकिन समय अधिक होने के कारण हेलीकॉप्टर उन्हें वापस लेने नहीं लौटा। इस वजह से उन्हें सड़क मार्ग से लौटना पड़ा। इसी दौरान विरोधियों ने उनके काफिले पर पथराव किया और राजद विरोधी नारे लगाए।
“तेजस्वी यादव जिंदाबाद” के नारे से गूंजा मैदान
घटना के दौरान कई स्थानीय लोगों और समर्थकों ने “लालटेन छाप जिंदाबाद”, “तेजस्वी यादव जिंदाबाद” के नारे लगाए। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह तेज प्रताप यादव को सुरक्षित वहां से निकाला।
जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार जय सिंह राठौर ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि सभा के दौरान सब शांतिपूर्ण था, लेकिन जब वे लौट रहे थे, तभी RJD के 4–5 गुंडों ने गाड़ियों पर पत्थरबाजी की और जानलेवा हमला करने की कोशिश की।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह हमला राजद प्रत्याशी रविंद्र सिंह की साजिश के तहत किया गया। राठौर ने कहा “यहां टिकट खरीदने-बेचने का खेल चल रहा है। ₹15–16 करोड़ में टिकट खरीदा गया है, ₹5–6 करोड़ चुनाव में खर्च किया जाएगा। जनता को पैसा और दारू बांटने की तैयारी है, लेकिन अब जनता जाग चुकी है।”
‘जंगलराज की वापसी की कोशिश’ – जय सिंह
जय सिंह राठौर ने कहा कि यह घटना बिहार में फिर से जंगलराज लाने की साजिश है। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की और कहा कि ऐसी हरकतें लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। प्रशासन ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पथराव में कुछ वाहनों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
राजनीतिक विश्लेषण – चुनावी समीकरणों पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से राजद के अंदरूनी मतभेद और अधिक खुलकर सामने आए हैं। तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच पिछले कुछ समय से राजनीतिक दूरी की चर्चाएं पहले से चल रही हैं। महनार की यह घटना राजद के लिए चुनावी नुकसानदायक साबित हो सकती है, खासकर जब महागठबंधन एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहा है।
बिहार चुनाव 2025 में जैसे-जैसे तारीखें नजदीक आ रही हैं, सियासी गरमाहट और घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। तेज प्रताप यादव के साथ हुई यह घटना इस बात का संकेत है कि इस बार का चुनाव राजद परिवार के लिए भी चुनौतियों से भरा रहेगा।
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