Nitish Oath Ceremony: बिहार की राजनीति का एक और बड़ा दिन आने वाला है। पटना के गांधी मैदान में गुरुवार को होने वाला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण समारोह इस बार कई मायनों में ऐतिहासिक होने वाला है। नीतीश कुमार अपने राजनीतिक करियर में 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं, और इस समारोह को भव्य और यादगार बनाने की पूरी तैयारी की जा चुकी है।
Nitish Oath Ceremony: दो विशेष मंच तैयार—देशभर के दिग्गज नेता होंगे मौजूद
गांधी मैदान में इस बार दो विशाल मंच तैयार किए गए हैं। मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जे.पी. नड्डा, शिवराज सिंह चौहान जैसे शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे। इसके अलावा 11 राज्यों के मुख्यमंत्री और कई पूर्व मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे, जो एनडीए की मजबूत एकता का बड़ा संदेश देंगे।
शामिल होने वाले प्रमुख मुख्यमंत्री
- योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश)
- मोहन यादव (मध्यप्रदेश)
- मोहन चरण मांझी (उड़ीसा)
- भजनलाल शर्मा (राजस्थान)
- प्रमोद सावंत (गोवा)
- देवेन्द्र फडणवीस (महाराष्ट्र)
- रेखा गुप्ता (दिल्ली)
- हेमंत बिस्वा शर्मा (असम)
- पुष्कर सिंह धामी (उत्तराखंड)
- चंद्र बाबू नायडू (आंध्रप्रदेश)
- माणिक साहा (त्रिपुरा)
इन नेताओं की व्यापक उपस्थिति इस कार्यक्रम को न सिर्फ भव्य बनाती है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर इसकी महत्ता को भी बढ़ाती है।
संस्कृति और मनोरंजन से भरा होगा समारोह
शपथ ग्रहण सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार की संस्कृति को प्रदर्शित करने का भी बड़ा अवसर बनने जा रहा है। समारोह में सांसद मनोज तिवारी और अलीनगर की नई विधायक मैथिली ठाकुर करीब दो घंटे तक अपने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी।
इसके साथ ही मंच पर जट-जटिन, झिझिया, सामा-चकेवा जैसी पारंपरिक लोककलाओं के कलाकार भी प्रस्तुति देंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को राष्ट्रीय मंच पर दिखाना है।
तैयारियों का जायज़ा—सुरक्षा से लेकर व्यवस्था तक सब सख्ती से मॉनिटर
गांधी मैदान में सुरक्षा के खास इंतज़ाम किए गए हैं। आयोजकों के अनुसार, 150 विशेष मेहमानों के लिए आमंत्रण भेजा गया है। वीवीआईपी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पूरे मैदान को जोन में बांटकर अलग-अलग टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा, मंच निर्माण, स्टेज लाइटिंग और साउंड सिस्टम को भी राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों के अनुरूप तैयार किया गया है।
NDA विधायक दल की बैठक और नए नेता का चयन
शपथ ग्रहण से पहले बिहार विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में NDA विधायक दल की बैठक आयोजित हुई, जिसमें नीतीश कुमार को एकमत से नेता चुना गया। दूसरी ओर, बिहार बीजेपी की बैठक में सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना गया है। यह चुनावी परिणामों के बाद NDA की ओर से बड़ी राजनीतिक गतिविधि का संकेत है।
बिहार की राजनीति के लिए ऐतिहासिक दिन
गुरुवार का दिन बिहार की राजनीति में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ने वाला है। नीतीश कुमार का 10वां शपथ ग्रहण न सिर्फ उनकी राजनीतिक यात्रा का मील का पत्थर है, बल्कि एनडीए की मजबूती और राष्ट्रीय राजनीति में बिहार की अहमियत को भी दर्शाता है। देशभर से आ रहे नेताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भव्यता इस समारोह को सचमुच ऐतिहासिक बनाने जा रही है। बिहार के लिए यह दिन राजनीतिक स्थिरता और विकास के नए संकल्प का प्रतीक बनने वाला है।








