Bihar CM Oath Ceremony: पटना में गुरुवार का दिन बिहार की राजनीति के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और उनके साथ 26 मंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में 11 राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व के कई बड़े चेहरे मौजूद रहे। समारोह में नेताओं ने इसे “बिहार के विकास का नया अध्याय” बताया।
Bihar CM Oath Ceremony: शपथ ग्रहण समारोह में दिखी भव्यता
राज्यपाल द्वारा आयोजित समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और एनडीए के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने पिता की इस उपलब्धि को “20 साल की मेहनत का फल” बताया।
बीजेपी नेता शाहनवाज़ हुसैन का बयान
भाजपा के वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज़ हुसैन ने कहा “बिहार में एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA की मजबूत सरकार बन गई है। बिहार को सबसे अनुभवी नेतृत्व मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘विकसित बिहार’ का सपना अब तेजी से साकार होगा। राज्य में उद्योग और रोजगार दोनों बढ़ेंगे।” उनके बयान को NDA की एकजुटता और भविष्य के विकास एजेंडे के तौर पर देखा जा रहा है।
चिराग पासवान की सांसद शांभवी चौधरी ने जताई खुशी
LJP (रामविलास) की सांसद शांभवी चौधरी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा “जिस पल के लिए हमने इतनी मेहनत की थी, आज वह सपना पूरा हुआ। पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। बिहारवासियों का आभार है। नीतीश कुमार द्वारा 10वीं बार शपथ लेने से पूरे राज्य में उत्साह और उमंग है।”
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बड़ा बयान
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी समारोह में पहुंचकर बधाई दी। उन्होंने कहा “बहुत अच्छा लग रहा है। मैं उन सभी विजयी प्रत्याशियों से मिली जो जनता की सेवा के लिए चुने गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार और आगे बढ़ेगा। जनहित की योजनाएं तेजी से जमीन पर उतरेंगी।”
क्या संदेश गया बिहार की राजनीति में?
विशेषज्ञों के अनुसार नीतीश कुमार का 10वां कार्यकाल यह दिखाता है कि वह अब भी बिहार की राजनीति में सबसे अनुभवी और स्वीकार्य नेता हैं। NDA की यह जीत आगामी वर्षों में विकास, रोजगार और स्थिर सरकार जैसे मुद्दों पर असर डाल सकती है।
नीतीश कुमार के फिर से मुख्यमंत्री बनने के साथ ही बिहार में एक बार फिर विकास और सुशासन की उम्मीदें बढ़ गई हैं। नेताओं के बड़े बयान बतौर संकेत देते हैं कि आने वाले समय में NDA की सरकार बड़े फैसले ले सकती है।








