Bihar News: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। जहानाबाद के उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद के तीन जिलों में फैले ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई, जिसमें अवैध संपत्ति का विशाल जखीरा मिला है। अधीक्षक के खिलाफ आय से अधिक ₹1 करोड़ 58 लाख 45 हजार की संपत्ति का मामला पहले से दर्ज था, लेकिन छापेमारी में मिली संपत्ति ने इस Bihar News: अनुमान को कई गुना पार कर दिया।
Bihar News: तीन जिलों में छापेमारी, डीएसपी स्तर के अधिकारी कर रहे थे नेतृत्व
SVU की टीमों ने पटना, औरंगाबाद और जहानाबाद में सुबह से छापेमारी शुरू की। इस संयुक्त कार्रवाई का नेतृत्व डीएसपी रैंक के अधिकारियों ने किया। छापेमारी की शुरुआत होते ही उत्पाद अधीक्षक के ठिकानों पर भारी संख्या में दस्तावेज और संपत्ति के प्रमाण मिलने लगे, जिसने पूरे विभाग में हड़कंप मचा दिया।
छापेमारी में जो संपत्ति मिली है, वह शुरुआती अनुमान से कई गुना अधिक है। सूत्रों का कहना है कि कार्रवाई के बाद यह मामला सिर्फ आय से अधिक संपत्ति का नहीं रहा, बल्कि अनियमित स्रोतों से अर्जित करोड़ों की संपत्ति का बड़ा नेटवर्क सामने आ रहा है। यही कारण है कि SVU ने अपने ही थाना क्षेत्र में उत्पाद अधीक्षक के खिलाफ नया केस भी दर्ज किया है।
पत्नी और परिजनों के नाम पर करोड़ों की जमीन का खुलासा
टीम ने छापेमारी के दौरान अधीक्षक की पत्नी माधुरी देवी के नाम पर जमीन के 6 दस्तावेज जब्त किए। इसके अलावा अन्य परिजनों के नाम पर भी 4 जमीन के कागजात मिले हैं। इन सभी जमीनों की अनुमानित बाजार कीमत ₹1 करोड़ 78 लाख बताई जा रही है। इसके साथ ही पटना स्थित आवास से ₹28 लाख की FD से जुड़े दस्तावेज भी मिले, जिन्हें अवैध संपत्ति का हिस्सा माना जा रहा है।
₹1.54 करोड़ का निवेश और बैंक खातों में ₹48 लाख जमा
जांच के दौरान SVU टीम को अनिल कुमार आजाद द्वारा विभिन्न वित्तीय संस्थानों में किए गए ₹1 करोड़ 54 लाख के निवेश के सबूत मिले। इसके अलावा उनके, उनकी पत्नी और अन्य परिजनों के बैंक खातों में ₹48 लाख जमा पाए गए। सरकारी पद पर रहते हुए इतनी बड़ी जमा राशि ने भ्रष्टाचार की पुष्टि को और मजबूत कर दिया है।
छापेमारी दल ने उत्पाद अधीक्षक के पास से ₹26 लाख के सोने-चांदी के जेवरात की रसीदें भी बरामद कीं। इन रसीदों और अन्य वित्तीय दस्तावेजों को मिलाकर SVU टीम अब पूरे नेटवर्क का आकलन कर रही है कि आय से अधिक संपत्ति वास्तव में कितनी बड़ी है।
बिहार में बढ़ते भ्रष्टाचार पर एक बड़ी कार्रवाई
SVU ने साफ किया है कि यह कार्रवाई बिहार में चल रहे भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का एक हिस्सा है और आने वाले दिनों में ऐसे मामलों पर और सख्त कदम उठाए जाएंगे। छापेमारी के बाद से उत्पाद विभाग के कई अन्य अधिकारी भी निगरानी के दायरे में आ सकते हैं।








