Bihar Politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सरकारी आवास को खाली करने के आदेश ने पूरे राज्य में नई बहस छेड़ दी है। इस निर्णय से नाराज होकर लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य एक बार फिर खुलकर सामने आई हैं और सोशल मीडिया पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
Bihar Politics: 10 सर्कुलर रोड का अध्याय हुआ खत्म
राज्य सरकार ने आदेश जारी कर राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास को खाली करने का निर्देश दिया है। पिछले 20 वर्षों से यह पता बिहार की राजनीति का पावर सेंटर माना जाता रहा है। अब लालू परिवार को नया सरकारी आवास 39 हार्डिंग रोड दिया गया है। इस आदेश ने राजनैतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है।
रोहिणी आचार्य का गुस्सा फूटा
इस आदेश के बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य सोशल मीडिया पर खुलकर भड़क उठीं। उन्होंने लिखा कि सुशासन बाबू का विकास मॉडल आखिर किस दिशा में जा रहा है। करोड़ों लोगों के नेता लालू प्रसाद यादव का अपमान करना सरकार की पहली प्राथमिकता बन गई है। रोहिणी ने तीखे शब्दों में कहा— “घर से तो निकाल देंगे, लेकिन बिहार की जनता के दिल से कैसे निकालिएगा? सेहत नहीं तो कम से कम लालू जी के राजनीतिक कद का तो सम्मान रखते।”
राजनीतिक माहौल और गरमा गया
रोहिणी के बयान के बाद विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है। उनका कहना है कि यह सिर्फ आवास बदलना नहीं, बल्कि राजनीतिक प्रतिशोध का मामला है। वहीं सत्ता पक्ष इस आदेश को प्रक्रिया आधारित बता रहा है। लेकिन जिस तरह रोहिणी ने अपनी नाराजगी दर्ज कराई है, उससे यह विवाद और तीखा होता जा रहा है।
10 सर्कुलर रोड का राजनीतिक महत्व
10 सर्कुलर रोड सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि लालू परिवार का राजनीतिक मुख्यालय रहा है। यहां से बड़ी रणनीतियां बनती रहीं और कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए। ऐसे में इसे खाली करवाने के आदेश को कुछ लोग एक बड़े राजनीतिक संकेत के रूप में भी देख रहे हैं।
आगे क्या? सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष
सरकार ने नया आवास आवंटित कर दिया है, लेकिन लालू परिवार के समर्थकों और आरजेडी नेताओं में नाराजगी साफ दिख रही है। विपक्ष इस मुद्दे को बड़े राजनीतिक अपमान के रूप में उठाने की तैयारी में है। अब देखना होगा कि सत्ता पक्ष इस विवाद को कैसे संभालता है और यह मुद्दा आगे कितना बड़ा रूप लेता है।








