Bihar Women Scheme: बिहार सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में तेजी से कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025 के तहत राज्य सरकार अब जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं के खातों में सीधे 10-10 हजार रुपये ट्रांसफर करने जा रही है। यह राशि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा DBT सिस्टम के माध्यम से भेजी जाएगी। सरकार का कहना है कि इस योजना से महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने में मदद मिलेगी, जिससे वे खुद को और अपने परिवार को आर्थिक मजबूती प्रदान कर सकेंगी।
Bihar Women Scheme: 10 लाख जीविका दीदियों के खातों में भेजे जाएंगे 10-10 हजार रुपये
शुक्रवार को इस योजना के पहले चरण में 10 लाख जीविका दीदियों के बैंक खातों में आर्थिक सहायता भेजी जाएगी। इनमें से 9.50 लाख महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों से हैं जबकि 50 हजार महिलाएं शहरी क्षेत्रों से आती हैं। सभी लाभार्थियों का डेटा पहले से ही सत्यापित किया जा चुका है, इसलिए राशि बिना किसी देरी के सीधे बैंक खातों में पहुंच जाएगी। सरकार का दावा है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और तेज़ है।
1.40 करोड़ महिलाओं को पहले ही मिल चुका है लाभ
इस योजना की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि अब तक 1.40 करोड़ से ज्यादा महिलाएं इसका लाभ ले चुकी हैं। यह संख्या बताती है कि राज्य में महिलाएं तेजी से आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं और रोजगार के नए अवसरों की ओर बढ़ रही हैं। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि 14 दिसंबर 2025 तक सभी पात्र महिलाओं को भुगतान पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है।
आज किन महिलाओं को मिलेगा 10-10 हजार रुपये?
जिन महिलाओं के खातों में आज राशि भेजी जा रही है, वे सभी जीविका समूह से जुड़ी लाभार्थी हैं। इनके बैंक विवरण और दस्तावेज़ों की जांच पहले ही पूरी की जा चुकी है। सरकार की ओर से बताया गया कि eligible महिलाओं की सूची तैयार कर ली गई है और भुगतान प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाएं आज की राशि ट्रांसफर सूची में शामिल हैं।
जिन्हें पैसे नहीं मिले — उन्हें जल्द मिलेगा भुगतान
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जिन जीविका दीदियों के खाते में अभी राशि नहीं पहुंची है, उन्हें दिसंबर महीने में ही भुगतान कर दिया जाएगा। साथ ही, जिन्होंने हाल ही में इस योजना का आवेदन किया है, उन्हें अगले एक महीने में सहायता राशि मिल जाएगी। सरकार ने दावा किया है कि भुगतान में किसी तरह की भेदभाव या देरी नहीं की जाएगी और सभी eligible महिलाओं तक राशि पहुंचेगी।
योजना का उद्देश्य — महिलाओं को रोजगार और व्यवसाय के लिए सक्षम बनाना
इस योजना का मुख्य लक्ष्य सिर्फ आर्थिक सहायता देना नहीं है, बल्कि महिलाओं को स्वरोजगार और छोटे व्यवसायों के लिए शुरुआती पूंजी प्रदान करना है। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में छोटे रोजगारों की संख्या बढ़ेगी। जीविका समूहों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और महिलाएं अपने परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियों में और अधिक योगदान दे सकेंगी। सरकार का कहना है कि यह योजना महिलाओं की जिंदगी में वास्तविक बदलाव ला रही है और लाखों परिवारों को स्थिरता प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025 बिहार में महिला सशक्तिकरण का मजबूत स्तंभ बन चुकी है। सरकार के इस कदम से लाखों महिलाओं को न सिर्फ आर्थिक सहायता मिल रही है, बल्कि वे आत्मनिर्भरता की ओर भी बढ़ रही हैं। आने वाले समय में और अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठाकर अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकेंगी।








