Bihar News: बिहार के नए गृह मंत्री सम्राट चौधरी राज्य की जिम्मेदारी संभालने के बाद पहली बार दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने गुरुवार (27 नवंबर) को देश के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात करीब 30 मिनट तक बंद कमरे में चली। बैठक में बिहार की कानून-व्यवस्था, विकास और सुरक्षा रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा होने की जानकारी सामने आई है।
Bihar News: क्या बिहार में होने वाला है कुछ बड़ा? राजनीतिक गलियारों में उठे सवाल
इस मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज कर दी है। सम्राट चौधरी बिहार के गृह विभाग की कमान संभाल रहे हैं, ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी खास बैठक को बेहद रणनीतिक और अहम माना जा रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने सीमांचल में अवैध घुसपैठ, सुरक्षा और संवेदनशील क्षेत्रों को लेकर कड़ा रुख अपनाया था। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है, क्या बिहार में कोई बड़ा कदम उठाने की तैयारी है? सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में सम्राट चौधरी को केंद्र की ओर से कुछ विशेष निर्देश और नई जिम्मेदारियां दी गई होंगी, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
बिहार में एक्शन मोड—शुरू हो चुका है बुलडोजर मॉडल
एनडीए सरकार के ऐतिहासिक विजय के बाद बिहार प्रशासन तेज़ रफ्तार में काम कर रहा है। यूपी की तर्ज पर राज्य में ‘बुलडोजर एक्शन’ दिखाई देने लगा है। नगर निगम और जिला प्रशासन लगातार अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहे हैं और कई जगह अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। सम्राट चौधरी के गृह मंत्री बनते ही राज्य में हुए एनकाउंटर ने भी सुर्खियां बटोरी थीं, जिसे प्रशासनिक सख्ती का संकेत माना जा रहा है।
अमित शाह ने तस्वीरें साझा कर दी महत्वपूर्ण संदेश
अमित शाह ने सम्राट चौधरी के साथ मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा— “बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से आज नई दिल्ली में भेंट हुई। बिहार की जनता ने प्रचंड बहुमत से NDA सरकार बनाई है। मोदी जी-नीतीश जी के नेतृत्व में NDA सरकार सुशासन सुनिश्चित करने के साथ-साथ ‘विकसित बिहार’ के निर्माण में और शक्ति से कार्य करेगी।” इस ट्वीट ने इस मुलाकात की गंभीरता और महत्व को और अधिक बढ़ा दिया है।
राजनीतिक संकेत—आने वाले दिनों में बढ़ सकती है सख्ती
विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार में आगे सुरक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव, अवैध घुसपैठ पर कार्रवाई, और कानून-व्यवस्था सुधार के नए निर्देश देखने को मिल सकते हैं। यह मुलाकात आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति और प्रशासन में नए तेवर और नई नीति दिशा तय कर सकती है।








