Ayodhya Museum: जब से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ है, तब से लगातार यह चर्चा का विषय बना हुआ है और अब इसी क्रम में देखा जाए तो मंदिरों का म्यूजियम बनाने का ऐलान कर दिया गया है, जिसके लिए टाटा ग्रुप 750 करोड रुपए खर्च करने को तैयार है. दरअसल टाटा समूह उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मंदिरों का म्यूजियम (Ayodhya Museum) बनाने जा रहा है जो पूरी तरह से 650 करोड रुपए की लागत का होगा.
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल ने इस बात के लिए मंजूरी दे दी है. ऐसे में स्पष्ट है कि राम मंदिर के निर्माण के बाद भविष्य में वहां पर कई अलग-अलग अद्भुत चीजे देखने को मिलेगी, जिस कारण वहां लोगों के लिए घूमने के साधन भी उत्पन्न होंगे और रोजगार भी बढे़गा.
ये है टाटा ग्रुप का प्लान
अयोध्या (Ayodhya Museum) के राम मंदिर में जो म्यूजियम बनने की बात कही जा रही है, वह टाटा ग्रुप अपनी तरफ से बनाने वाला है, जिस पर 650 करोड रुपए का निवेश किया जाएगा. राज्य सरकार ने बताया है कि टाटा समूह ने अयोध्या में संग्रहालय को बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा था. प्रधानमंत्री मोदी को यह प्रस्ताव काफी पसंद आया है. अब बाकी के जो 100 करोड़ बच गए हैं, उससे मंदिरों के म्यूजियम में एक लाइट एंड साउंड शो की व्यवस्था करने में खर्च किया जाएगा.
टाटा ग्रुप को इसके अलावा अयोध्या शहर में अन्य विकास कार्यों के लिए भी राज्य सरकार ने मंजूरी प्रदान की है. शहर में अन्य विकास कार्यों पर टाटा समूह के द्वारा 100 करोड रुपए का अतिरिक्त निवेश किया जाएगा इससे यह साफ स्पष्ट नजर आ रहा है कि आने वाले दिनों में अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Museum) के आसपास का वातावरण कितना ज्यादा बदल जाएगा और यह लोगों के लिए घूमने की एक बहुत खूबसूरत और पसंदीदा जगह बन जाएगी.
₹1 में मिलेगी जमीन
उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने टाटा ग्रुप के इस पहल के बाद ऐलान किया है कि टाटा समूह को ₹1 के टोकन अमाउंट पर 90 सालों के लिए जमीन लीज पर दी जाएगी और यह म्यूजियम (Ayodhya Museum) एडवांस में होगा और इसे अंतरराष्ट्रीय मानको के अनुरूप बनाया जाएगा. आपको बता दे कि जितने भव्य तरीके से इस म्यूजियम (Ayodhya Museum) को तैयार किया जा रहा है, यह तय है कि इसके अंदर भारत के संस्कृति और श्री राम से जुड़ी कई तरह की बातों का जिक्र देखने को मिल सकता है.
म्यूजियम में भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के स्थापत्य और इतिहास की सभी जानकारियां प्रदर्शित करने का प्लान बनाया जा रहा है. इस तरह की ऐतिहासिक पहल के बाद इस मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लग जाएगा जो आने वाले दिनों में लोगों के लिए एक आकर्षण का केंद्र होगा.