Patna Firing Incident : राजधानी पटना के बहुचर्चित बोरिंग रोड फायरिंग कांड में अब एक बड़ा मोड़ सामने आया है। इस मामले में शामिल दो और आरोपियों ने पटना सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। इससे पहले दो अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिससे अब तक कुल चार आरोपियों की गिरफ्तारी/सरेंडर हो चुकी है। इस घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया था और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना (Patna Firing Incident) 24 मई 2025 को हुई थी, जब पटना के बोरिंग कैनाल रोड पर एक बिना नंबर की काले रंग की स्कॉर्पियो ने एक बोलेनो कार को टक्कर मार दी थी। स्थानीय लोगों ने बोलेनो सवारों का पक्ष लिया, जिसके बाद स्कॉर्पियो सवारों को पीछे हटना पड़ा। इसी दौरान, एक युवक रोहित उर्फ अल्टर ने अपने साथियों समीर और आशीष को मौके पर बुलाया। जब ये दोनों पहुंचे, तो स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी और घटनास्थल से फरार हो गए।
घटना का वीडियो हुआ था वायरल
फायरिंग की यह घटना (Patna Firing Incident) लोहिया चक पुल के पास हुई, जहां पर देखा गया कि एक युवक ब्लैक स्कॉर्पियो से उतरकर सरेआम गोलियां चला रहा है। यह वीडियो वायरल होने के बाद पूरे प्रशासन में हड़कंप मच गया। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पंकज दराद खुद मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी के निर्देश पर बुद्धा कॉलोनी थाने में एफआईआर दर्ज की गई।
अब तक क्या हुई कार्रवाई?
इस मामले में पहले आशीष कुमार को बाकरगंज से और समीर कुमार को महेंद्रू से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल की गई काले रंग की स्कॉर्पियो को भी बरामद कर लिया है। इसके बाद जांच के दौरान और नाम सामने आए, जिनमें से दो आरोपियों ने पटना सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया है।
कितने लोग थे शामिल?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस पूरी घटना (Patna Firing Incident) में कुल सात बदमाश शामिल थे। जिनमें से अब तक चार की गिरफ्तारी/सरेंडर हो चुका है। शेष आरोपियों की तलाश में पुलिस की छापेमारी लगातार जारी है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
बोरिंग रोड फायरिंग जैसी घटनाएं (Patna Firing Incident) राजधानी की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं। हालांकि, पुलिस की तेज कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी इस बात का संकेत देती है कि प्रशासन इस तरह की वारदातों पर सख्ती से निपटने के मूड में है। जनता को फिलहाल राहत है कि अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
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