Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अभी तक महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला नहीं सुलझा है, लेकिन इससे पहले ही राष्ट्रीय जनता दल ने 14 नेताओं को पार्टी का चिन्ह बांटने का काम किया, लेकिन पार्टी सिंबल देने के कुछ घंटे बाद भी इसे वापस भी ले लिया गया.
इसके बाद पार्टी के नेताओं की नाराजगी साफ तौर पर देखने को मिली. सिंबल पाने वाले नेताओं में कई बड़े नाम शामिल थे जिसमें भाई वीरेंद्र, रेखा पासवान, डॉक्टर संजीव कुमार और चंद्रशेखर जैसे बड़े नाम मौजूद है, जिन्हे शाम को लालू यादव ने सिंबल बांटा लेकिन रात को वापस ले लिया.
Bihar Election: इस वजह से वापस लिया गया पार्टी सिंबल
अचानक पार्टी सिंबल वापस लेने की सबसे बड़ी वजह यह है कि सीट शेयरिंग से पहले पार्टी सिंबल दिए जाने से गठबंधन में नाराजगी चलने लगी थी. हालांकि सिंबल क्यों लौटाया जा रहा है. इसे लेकर पार्टी के नेताओं द्वारा कुछ भी स्पष्ट नहीं बताया गया है.
ये दावा किया जा रहा है कि जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वो 2020 के चुनाव या फिर एआई जेनरेटेड है. लालू यादव ने किसी को सिंबल नहीं दिया है. हालांकि पूरे मामले के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच कांग्रेस से गठबंधन टूटने और नए गठबंधन बनने की बात भी चल रही है.
इन नेताओं को बांटे गए थे सिंबल
राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव ने पटना के मनेर से विधायक भाई वीरेंद्र, परबत्ता के विधायक डॉक्टर संजीव कुमार, हथुआ से राजेश कुमार, मटियानी से बोगो सिंह, मसौढ़ी से रेखा पासवान, संदेश से दीपू सिंह, मीनापुर से मुन्ना यादव, ब्रह्मपुर से शंभू यादव, नोखा सीट से अनीता देवी, समस्तीपुर से अब्दुल इस्लाम शाहीन, साहिबपुर से ललन यादव, दरभंगा से ललित यादव, मधेपुरा से चंद्रशेखर, हिलसा से शक्ति यादव का नाम शामिल हैं, जिन्हें पार्टी सिंबल बांटा गया था लेकिन अब इनसे सिंबल वापस ले लिया गया है.