Bihar News: पटना में आयोजित बीजेपी विधायक दल की अहम बैठक में आज बिहार की राजनीति को नया मोड़ देने वाला फैसला सामने आया। पार्टी ने सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना है, जबकि विजय सिन्हा को उप नेता की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस फैसले के साथ BJP ने साफ कर दिया कि वह किसी बड़े बदलाव या नए प्रयोग के मूड में नहीं है, और दोनों नेता आगे भी उपमुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे।
Bihar News: पटना में हुई हाई-लेवल बैठक—स्थिर नेतृत्व पर BJP का भरोसा
राजधानी पटना में हुई इस बैठक में सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से नेतृत्व परिवर्तन पर अपनी राय रखी। लगातार चर्चाओं और संभावनाओं के बीच BJP ने संकेत दिया है कि मौजूदा नेतृत्व को बरकरार रखकर वह स्थिरता और निरंतरता पर जोर दे रही है। सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा दोनों पहले से ही सरकार और संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
NDA की संयुक्त बैठक आज—202 विधायक होंगे शामिल
अब BJP के निर्णय के बाद आज की सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना होगी NDA विधायक दल की संयुक्त बैठक। यह बैठक शाम 3:30 बजे विधानसभा के सेंट्रल हॉल में होगी। इस दौरान BJP, JDU, LJP (आर), HAM और RLM के कुल 202 विधायक शामिल होंगे।
बैठक में प्रमुख नेता नीतीश कुमार, चिराग पासवान, संतोष सुमन, उपेंद्र कुशवाहा, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा शामिल होंगे। इस बैठक में सरकार गठन की अंतिम रणनीति, शपथ ग्रहण का शेड्यूल और विभागों के बंटवारे को लेकर भी महत्वपूर्ण चर्चा होगी।
पर्यवेक्षकों की मौजूदगी से पारदर्शी हुई प्रक्रिया
विधायक दल के नेता के चयन को पूरी तरह पारदर्शी और संगठनात्मक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए BJP ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों की तैनाती की थी।
केंद्रीय पर्यवेक्षक टीम
| नाम | भूमिका |
| केशव प्रसाद मौर्य | मुख्य पर्यवेक्षक |
| अर्जुन राम मेघवाल | सह-पर्यवेक्षक |
| साध्वी निरंजन ज्योति | सह-पर्यवेक्षक |
इन नेताओं की मौजूदगी ने सुनिश्चित किया कि प्रक्रिया न केवल निष्पक्ष रहे बल्कि पार्टी संगठन के मानकों के अनुरूप भी हो।
क्यों चुने गए सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा?
सम्राट चौधरी की तेज-तर्रार राजनीतिक शैली, मजबूत संगठनात्मक पकड़ और आक्रामक नेतृत्व क्षमता उन्हें BJP का प्रमुख चेहरा बनाती है। वहीं विजय सिन्हा की शांत लेकिन प्रभावी छवि, सदन संचालन में अनुभव और व्यापक जनाधार उन्हें एक संतुलित नेता साबित करता है। यह संयोजन NDA सरकार के लिए स्थिरता और मजबूती का प्रतीक माना जा रहा है।
आगे क्या? नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण पर टिकी निगाहें
NDA की बैठक के बाद यह तय होने की पूरी संभावना है कि नीतीश कुमार दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ कब लेंगे। इसके साथ ही मंत्रीमंडल विस्तार और विभागों के वितरण को लेकर भी संकेत आज की बैठक के बाद स्पष्ट हो जाएंगे। बिहार की राजनीति अब एक नए चरण में प्रवेश कर रही है, जहां गठबंधन की एकजुटता महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
BJP के फैसले से NDA में स्थिरता का संदेश
सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के चयन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि BJP स्थिर नेतृत्व और अनुभवी संयोजन पर भरोसा कर रही है। इस फैसले ने NDA खेमे में भी नई ऊर्जा का संचार किया है। अब सभी की नजरें संयुक्त बैठक और नई सरकार के गठन पर टिक गई हैं, जो बिहार की राजनीति की दिशा तय करेगी।








