Bihar News: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा अनुमंडल के रामनगर प्रखंड से एक दर्दनाक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। रामनगर स्थित अर्जुन नगर इलाके में संचालित एक निजी अस्पताल, जो कि अवैध रूप से चलाया जा रहा था, में लापरवाही से एक प्रसूता महिला और उसके नवजात शिशु की मौत हो गई।
Bihar News: इलाज में लापरवाही से गई दो जानें
शनिवार को प्रसव पीड़ा से जूझ रही चिंता देवी को उक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों ने आरोप लगाया कि महिला चिकित्सक उषा सिंह ने बार-बार निवेदन के बावजूद समय पर इलाज नहीं किया। इलाज के अभाव में नवजात की मौत हो गई, और कुछ ही देर बाद मां ने भी दम तोड़ दिया।
आरोपियों को चंद घंटों में दबोचा गया
घटना के बाद जब परिजनों और ग्रामीणों ने विरोध जताया, तो आरोपियों ने पुलिस टीम पर मिर्च पाउडर और डंडे से हमला कर फरार होने की कोशिश की। मामले (Bihar News) की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया।
आईपीएस दिव्यांजलि जायसवाल की अगुवाई में कार्रवाई
महिला आईपीएस अधिकारी दिव्यांजलि जायसवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापेमारी करते हुए महिला चिकित्सक उषा सिंह और उसकी बहु महिमा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा की गई छापेमारी (Bihar News) में 21 लाख रुपये नकद, अवैध रूप से रखी गई शराब की बोतलें, और 5 चारपहिया वाहन जब्त किए गए हैं। शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि अस्पताल में नशे की हालत में इलाज और ऑपरेशन किए जाते थे, जिससे मरीजों की जान को खतरा होता था।
फर्जी डॉक्टरी और अवैध अस्पताल का नेटवर्क
एसडीपीओ रामनगर, दिव्यांजलि जायसवाल के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों के पास कोई वैध चिकित्सा प्रमाणपत्र नहीं है। यह अस्पताल बिना किसी रजिस्ट्रेशन और मेडिकल योग्यता के सालों से चल रहा था, जिससे कई जानें खतरे में पड़ीं।
जांच जारी, एक आरोपी फरार
पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं। एक अन्य आरोपी झून्न सिंह की तलाश जारी है। प्रशासन इस पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गया है, और स्वास्थ्य विभाग भी मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहा है।