Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान मोकामा हत्याकांड ने पूरे प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस वारदात के बाद अब प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। पटना के जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. खुद मैदान में उतर चुके हैं और लगातार निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने साफ़ कहा है कि “कानून और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: डीएम त्यागराजन का सख्त संदेश
डॉ. त्यागराजन ने कहा कि मोकामा की घटना को प्रशासन और पुलिस ने बेहद गंभीरता से लिया है। “आदर्श आचार संहिता लोकतंत्र की रीढ़ है। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।” उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रत्याशी या समर्थक द्वारा की गई अराजक गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की जाए, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों न हो।
100% हथियार जमा का आदेश और अवैध हथियारों पर शिकंजा
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने पूरे मोकामा और बाढ़ क्षेत्र में 100 प्रतिशत हथियार जमा कराने का आदेश जारी किया है। सभी वैध हथियारों की पहचान कर ली गई है, और अब उनकी जमा प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। इसके साथ ही, अवैध हथियारों की बरामदगी के लिए लगातार छापेमारी जारी है ताकि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की हिंसा को रोका जा सके।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद प्रशासनिक सख़्ती तेज़
30 अक्टूबर को मोकामा में जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या ने पूरे बिहार को हिला दिया था।
इस मामले में पुलिस ने शनिवार की देर रात बाहुबली नेता और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह को उनके बेढ़ना स्थित आवास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीएम, एसपी और थानाध्यक्ष तक को हटा दिया, जिससे यह स्पष्ट संदेश गया कि अब किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लल्लू मुखिया पर कार्रवाई, तीन प्रचार वाहन जब्त
आचार संहिता उल्लंघन के मामले में पटना प्रशासन ने एक और बड़ा कदम उठाया है। बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया के तीन प्रचार वाहनों को जब्त कर लिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। डीएम त्यागराजन ने कहा “हर प्रत्याशी को चुनाव आचार संहिता का पालन करना ही होगा। नियम तोड़ने वालों पर कठोर कार्रवाई तय है।”
ड्रोन सर्विलांस और 24 घंटे की निगरानी
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, मोकामा और बाढ़ क्षेत्र में ड्रोन सर्विलांस, वीडियो मॉनिटरिंग और CAPF जवानों की तैनाती की गई है। हर मतदान क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई गई है ताकि किसी भी प्रकार की अराजकता या हिंसा को पहले ही रोका जा सके। डीएम त्यागराजन ने स्पष्ट कहा कि “लोकतांत्रिक प्रक्रिया में किसी भी तरह की हिंसा या अशांति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शांति भंग करने वाले पर तुरंत दंडात्मक कार्रवाई होगी।”
प्रशासन के सख्त रवैये से मोकामा में बदला माहौल
मोकामा की पहचान पहले जहां गोलियों की गूंज और दबदबे से होती थी, अब वहां कानून का शिकंजा कसने लगा है। प्रशासन ने यह साफ़ संकेत दे दिया है कि इस बार चुनाव “बैलेट की ताकत” से होंगे, “बुलेट की नहीं।”








