Bihar Coaching Centre Raid: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूब कर जो तीन छात्रों की मौत हुई है, उससे आप केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि पटना में भी जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ चुकी है. यही वजह है कि पटना सदर के एसडीएम ने जांच अभियान चलाया जिस दौरान पटना के नया टोला से लेकर भीखना पहाड़ी तक 25 से 30 कोचिंग संस्थानों की जांच की गई, जिसमें कई नामी और बड़ी-बड़ी कोचिंग सेंटर भी शामिल है. आपको बता दे कि दिल्ली बेसमेंट हादसे के बाद दृष्टि आईएएस कोचिंग समेत कई कोचिंग संस्थानों (Coaching Centre Raid) को सील कर दिया गया है.
इन कोचिंग सेंटर पर चली जांच
आपको बता दे कि जिन नामी सेंटरों पर जांच की गई है, उसमें खान स्टडी सेंटर, ज्ञान बिंदु कोचिंग सेंटर, मैथ मस्ती क्लासेस की जांच की गई, जहां कई अनियमित भी पाई गई. कोचिंग संस्थानों में फायर सेफ्टी का ख्याल नहीं रखा गया है और कई जगह तो यह देखा गया है कि जगह कम है और भीड़ ज्यादा है.
सीढियों में रेलिंग नहीं है. छात्रों की क्लास रूम में अभी हाफ कंस्ट्रक्टेड बिल्डिंग में ही चलाया जा रहा है. आपको बता दे की खान स्टडी सेंटर से कुछ जरूरी कागजात मांगे गए हैं, जिसकी अभी जांच चल रही है. बिहार कोचिंग रेगुलेशन एक्ट (Coaching Centre Raid) के तहत संस्थाओं को बिल्डिंग का सर्टिफिकेट जमा करने का निर्देश दिया गया है.
कई संचालको ने हटा लिया कोचिंग का बोर्ड
आपको बता दे की पटना (Coaching Centre Raid) में भी कोचिंग सेंटर की जांच शुरू होने के बाद शहर के कई इलाके में देखा जा रहा है कि छोटे-छोटे कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरी बेसमेंट को खाली करके उसमें ताला लगाकर संचालक लापता है. इतना ही नहीं कई कोचिंग सेंटर ने तो अपना बोर्ड ही हटा लिया है.
आपको बता दे की पटना के राजेंद्र नगर, भीकना पहाड़ी, कंकड़बाग आदि जगहों में अधिकतर कोचिंग सेंटर लाइब्रेरी बिना फायर एनओसी के चल रहे हैं, जिससे कोचिंग सेंटर में लापरवाही साफ देखी जा सकती है. कई जगह पर तो नाहीं फायर सेफ्टी के इंतजाम है और ना ही अलग एग्जिट गेट है. यानी कि अगर कोई हादसा होता है तो लोगों को बाहर निकलने में काफी परेशानी होगी.