Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान से पहले सियासी सरगर्मी के बीच हिंसा की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं। ताज़ा मामला गया जिले से है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की समधन ज्योति देवी पर चुनाव प्रचार के दौरान हमला हुआ है। बताया जा रहा है कि बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र के सुलेबट्टा इलाके में कुछ अज्ञात बदमाशों ने उन पर पत्थरबाजी की, जिससे वह घायल हो गईं।
सूत्रों के मुताबिक, ज्योति देवी हम (सेक्युलर) पार्टी की तरफ से बाराचट्टी सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वह बुधवार को इलाके में जनता से समर्थन मांगने के लिए निकली थीं, तभी अचानक कुछ असामाजिक तत्वों ने उनके काफिले पर पत्थर फेंक दिए। इनमें से एक पत्थर सीधे ज्योति देवी को लगा, जिसके बाद उन्हें तत्काल स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों के अनुसार, ज्योति देवी की हालत फिलहाल स्थिर और खतरे से बाहर है। वहीं, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की पहचान के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
Bihar Election 2025: हम प्रत्याशी पर भी हुआ था हमला
यह कोई पहला मामला नहीं है जब हम (सेक्युलर) के उम्मीदवारों को निशाना बनाया गया हो। इससे पहले टिकारी विधानसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी अनिल सिंह पर भी हमला हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रचार के दौरान कुछ लोगों ने उन्हें घेरकर मारने की कोशिश की थी, लेकिन उनके सुरक्षाकर्मियों की सूझबूझ से स्थिति संभल गई थी।
परिवारवाद के आरोपों के बीच मांझी की मुश्किलें बढ़ीं
गौरतलब है कि एनडीए के सीट बंटवारे में जीतन राम मांझी की पार्टी हम (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) को कुल 6 सीटें दी गई हैं। इनमें से तीन सीटें उनके परिवार के हिस्से में गई हैं। इमामगंज से उनकी बहू दीपा कुमारी, बाराचट्टी से समधन ज्योति देवी, और सिकंदरा सीट से उनके दामाद प्रफुल्ल मांझी चुनाव मैदान में हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मांझी परिवार को लेकर जनता में सहानुभूति भी है, लेकिन लगातार हो रहे हमले उनके चुनाव अभियान के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं।
पुलिस ने दी सुरक्षा का आश्वासन
गया पुलिस ने कहा है कि “हमला करने वालों की पहचान की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।” साथ ही, जिला प्रशासन ने ज्योति देवी की सुरक्षा में अतिरिक्त जवान तैनात करने का निर्णय लिया है।
बिहार चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे हैं, सियासी माहौल और तनावपूर्ण होता जा रहा है। छोटे-मोटे झड़पों से लेकर इस तरह के हमले चुनाव आयोग के लिए चिंता का विषय हैं। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि ज्योति देवी खतरे से बाहर हैं, और उनके समर्थकों ने प्रचार जारी रखने की घोषणा की है।








