Lalu Yadav Ambedkar controversy: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उजियारपुर से सांसद नित्यानंद राय ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में लालू यादव द्वारा अपने जन्मदिन के मौके पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के साथ जो व्यवहार किया गया, वह पूरे देश ने देखा और अनुभव किया है।
नित्यानंद राय के अनुसार, यह आचरण न केवल बाबा साहब अंबेडकर का अपमान है, बल्कि उनके विचारों और आदर्शों के प्रति राजद की वास्तविक सोच को भी दर्शाता है।
“बाबा साहब की तस्वीर को पैरों के पास रखना अपमानजनक”
नित्यानंद राय ने कहा कि जिस प्रकार लालू यादव ने बाबा साहब की तस्वीर को अपने पैरों के पास रखा, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अपमानजनक है। उन्होंने (Lalu Yadav Ambedkar controversy) सवाल उठाया कि ऐसा आचरण करके भी लालू यादव और तेजस्वी यादव ने देश से माफी नहीं मांगी, बल्कि घमंड भरा रवैया अपनाया।
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
सिर्फ राजद ही नहीं, नित्यानंद राय ने इस मुद्दे (Lalu Yadav Ambedkar controversy) पर कांग्रेस पार्टी को भी घेरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भी अतीत में बाबा साहब के योगदान को नजरअंदाज किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि संसद भवन में बाबा साहब की तस्वीर लगाने का कांग्रेस ने विरोध किया था, और आज उसी कांग्रेस के साथ लालू यादव खड़े हैं।
केंद्रीय मंत्री ने पूछा, “राजद जब सत्ता में होता है, तब अंबेडकर जी की याद नहीं आती। लेकिन जब सत्ता से बाहर होते हैं, तो उनका नाम लेकर राजनीति करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहब के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए पंच तीर्थ जैसी ऐतिहासिक पहल की है, जबकि राजद और कांग्रेस सिर्फ दिखावा करती हैं।
तेजस्वी यादव की सोच पर भी टिप्पणी
तेजस्वी यादव द्वारा “नई सोच, नया बिहार” के नारे पर तंज कसते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि “तेजस्वी यादव की राजनीति मुद्दों की नहीं, भ्रष्टाचार और परिवारवाद की है। यह वही पार्टी है जो बिहार को जंगलराज के दौर में ले गई थी।” उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता अब जागरूक है और अब राजद के बहकावे (Lalu Yadav Ambedkar controversy) में आने वाली नहीं है।
बिहार में आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। एक ओर भाजपा बाबा साहब अंबेडकर के सम्मान को मुद्दा (Lalu Yadav Ambedkar controversy) बना रही है, तो दूसरी ओर राजद की ओर से फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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