Shravan Kumar Award: राजधानी पटना में स्थित प्रतिष्ठित महावीर मंदिर एक बार फिर समाज में माता-पिता की सेवा और भारतीय पारंपरिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए आगे आया है। मंदिर प्रबंधन ने घोषणा की है कि इस वर्ष भी ‘श्रवण कुमार पुरस्कार’ प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार उन बेटों और बेटियों को दिया जाता है, जो अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा श्रवण कुमार की तरह समर्पण और निस्वार्थ भाव से करते हैं। यह सम्मान 29 दिसंबर को आचार्य किशोर कुणाल की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर बापू सभागार में प्रदान किया जाएगा।
Shravan Kumar Award: 2010 से चल रही परंपरा
महावीर मंदिर द्वारा यह पुरस्कार वर्ष 2010 में शुरू किया गया था और तब से कई परिवारों को इससे प्रेरणा मिली है। हालांकि, 2016 के बाद पर्याप्त योग्य अनुशंसाएं नहीं मिलने के कारण इसे अस्थायी रूप से रोक दिया गया था। अब मंदिर प्रबंधन ने समाज में सेवा और संस्कारों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इसे दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया है।
आवेदन प्रक्रिया शुरू
न्यास समिति के सदस्य सायण कुणाल ने बताया कि इस सम्मान के लिए आवेदन प्रक्रिया आधिकारिक रूप से शुरू हो चुकी है। इच्छुक उम्मीदवार अपने आवेदन डाक, ईमेल: [email protected], व्हाट्सएप: 9334468400 के माध्यमों से भेज सकते हैं।
उम्मीदवारों को अपने आवेदन के साथ अनुशंसा पत्र, माता-पिता की सेवा से जुड़े प्रमाण जमा करना अनिवार्य होगा। आवेदन भेजने की अंतिम तिथि 29 नवंबर तय की गई है।
पुरस्कार राशि और श्रेणियाँ
इस वर्ष पुरस्कार समारोह को भव्य रूप से आयोजित करने की तैयारी है। पुरस्कार की श्रेणियां इस प्रकार हैं—
श्रवण कुमार पुरस्कार — राशि विवरण
| पुरस्कार श्रेणी | पुरस्कार राशि |
| प्रथम पुरस्कार | ₹1,00,000 |
| द्वितीय पुरस्कार | ₹50,000 |
| तृतीय पुरस्कार | ₹25,000 |
| सांत्वना पुरस्कार | निर्धारित |
इसी कार्यक्रम में आचार्य किशोर कुणाल सामाजिक सेवा पुरस्कार भी दिया जाएगा, जिसकी राशि ₹1,00,000 तय की गई है।
पाँच सदस्यीय समिति करेगी चयन
उम्मीदवारों के चयन के लिए एक पाँच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश एस.एन. झा करेंगे।
चयन समिति के सदस्य
- एस.एन. झा — अध्यक्ष
- वी.एस. दुबे — पूर्व मुख्य सचिव (बिहार–झारखंड)
- ए.के. चौधरी — अवकाशप्राप्त लेफ्टिनेंट जनरल
- सायण कुणाल — बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद एवं न्यास समिति सदस्य
- पंडित भवनाथ झा — महावीर मंदिर
मंदिर प्रबंधन का मानना है कि यह पहल युवाओं को परिवार, नैतिकता और परंपरागत संस्कारों के प्रति प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
समाज में सेवा और संस्कारों को मजबूत करने का उद्देश्य
महावीर मंदिर की पहल न सिर्फ बुजुर्ग माता-पिता की सेवा को सम्मान देती है, बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश भी प्रसारित करती है। ‘श्रवण कुमार पुरस्कार’ (Shravan Kumar Award) की पुनः शुरुआत से यह उम्मीद जताई जा रही है कि अधिक से अधिक युवा अपने परिवार और परंपराओं के प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित होंगे। यह प्रयास सामाजिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है।








