Maner Firing: राजधानी पटना से सटे मनेर थाना क्षेत्र में एक बार फिर गोलियों और पत्थरों की गूंज सुनाई दी। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद इलाके में अपराधियों का मनोबल चरम पर है। बीते तीन दिनों में दूसरी बार फायरिंग की बड़ी वारदात ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रविवार रात का खूनी संघर्ष
रविवार की रात मनेर के ब्यापुर स्थित बिचली गली में दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर जमकर झड़प हुई। शुरूआत पथराव से हुई, लेकिन कुछ ही देर में ताबड़तोड़ फायरिंग (Maner Firing) शुरू हो गई। दोनों पक्षों के बीच हुए इस खूनी संघर्ष ने पूरे इलाके को थर्रा कर रख दिया। अपराधियों ने बमबाजी भी की, हालांकि सौभाग्य से बम फटा नहीं, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। चौंकाने वाली बात यह है कि घटना स्थल पर सीसीटीवी कैमरों की मौजूदगी के बावजूद अपराधी निडर होकर फायरिंग करते रहे।
पहले भी हो चुकी है इसी तरह की वारदात
गौरतलब है कि 25 जून को भी इन दोनों ही गुटों के बीच (Maner Firing) फायरिंग हुई थी, जिसमें दो लोग घायल हो गए थे। उस समय पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए छह महिलाओं को हिरासत में लिया था। लेकिन अब तीन दिन के भीतर एक और हिंसक टकराव ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पूर्व मुखिया समर्थकों में खुला संघर्ष
सूत्रों के अनुसार रविवार को पूर्व मुखिया राजेश रंजन और हरेंद्र राय के समर्थकों के बीच दो बार झड़प हुई। दोनों बार पहले पथराव हुआ, फिर (Maner Firing) गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज उठा। यह संघर्ष करीब 15 घंटे के अंतराल में दो बार हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में आतंक और तनाव का माहौल बन गया।
पुलिस ने की कार्रवाई, लेकिन दहशत बरकरार
फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। हालांकि, इलाके में अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
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