Patna Airport: बिहार की राजधानी पटना से दिल्ली जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 5009 बुधवार सुबह एक बड़ी दुर्घटना का शिकार होने से बच गई। उड़ान भरते ही विमान बर्ड हिट (पक्षी से टकराव) का शिकार हो गया, जिसके कारण पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई। इस विमान में कुल 175 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे, जिन्हें सुरक्षित पटना एयरपोर्ट पर उतारा गया।
कैसे हुआ हादसा?
पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) के अधिकारियों के मुताबिक, इंडिगो की फ्लाइट ने सुबह करीब 9:30 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों के अंदर, जब विमान करीब 3,000 से 4,000 फीट की ऊंचाई पर था, तभी वह एक पक्षी से टकरा गया। बर्ड हिट के बाद विमान में तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गई।
पायलट ने दिखाया साहस, बचाई 175 जानें
घटना के तुरंत बाद पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क कर इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी। लगभग 10:00 बजे पायलट ने विमान को सुरक्षित रूप से जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Patna Airport) पर उतार दिया। सभी यात्री और चालक दल के सदस्य पूरी तरह सुरक्षित हैं, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
पटना एयरपोर्ट प्रबंधन के मुताबिक, बर्ड हिट के कारण विमान को नुकसान पहुंचा है। एयरलाइन के इंजीनियर्स विमान की मरम्मत और तकनीकी जांच में जुटे हैं। फिलहाल विमान उड़ान के लिए तैयार नहीं है। इंडिगो की तरफ से इस घटना पर अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
बिहार में बर्ड हिट की यह दूसरी बड़ी घटना
यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले 2 जून 2025 को पटना से रांची जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट रांची में गिद्ध से टकराने के कारण इमरजेंसी लैंडिंग कर चुकी है। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं (Patna Airport) हवाई सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही हैं।
क्या कहता है विमानन सुरक्षा विभाग?
विशेषज्ञों के मुताबिक, मानसून के समय या सुबह-शाम के घंटों में पक्षियों के सक्रिय होने से बर्ड हिट की संभावना बढ़ जाती है। पटना एयरपोर्ट पर आसपास के खुले क्षेत्रों में कचरे और पक्षियों के झुंड की वजह से यह समस्या गंभीर होती जा रही है। एयरपोर्ट प्रशासन को इसके लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।
पटना से दिल्ली जा रही फ्लाइट में हुई इस घटना में पायलट की सूझबूझ और (Patna Airport) एयर ट्रैफिक कंट्रोल के सहयोग से एक बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, बर्ड हिट जैसी घटनाओं को रोकने के लिए एयरपोर्ट प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन को प्रभावी कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।