Patna Chhath Puja 2025: बिहार की राजधानी पटना में छठ महापर्व को लेकर तैयारियाँ जोरों पर हैं। गंगा किनारे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने खतरनाक और अनुपयुक्त घाटों की सूची जारी की है। प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु केवल सुरक्षित और चिन्हित घाटों पर ही पूजा करें ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
Patna Chhath Puja 2025: गंगा किनारे सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
छठ पूजा की तैयारियों के बीच पटना जिला प्रशासन, नगर निगम और आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह सतर्क मोड पर हैं। गंगा का जलस्तर इस समय सामान्य से ऊँचा है और कई घाटों पर पानी का बहाव तेज़ है। साथ ही कई स्थानों पर मिट्टी धंसने और फिसलन की स्थिति बनी हुई है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से कुछ घाटों को “खतरनाक” घोषित किया है।
किन घाटों को घोषित किया गया असुरक्षित
प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, पटना में कुल 11 घाटों को छठ पूजा के लिए अनुपयुक्त माना गया है। इनमें से 6 घाटों पर पानी का बहाव खतरनाक है जबकि 5 घाट दलदली हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, एलसीटी घाट (LCT Ghat) की स्थिति का अभी भी सर्वे जारी है। वहाँ अस्थायी रूप से एक वैकल्पिक तालाब बनाकर पूजा स्थल तैयार करने की योजना बनाई जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
श्रद्धालुओं के लिए नई व्यवस्थाएँ
इस वर्ष प्रशासन ने छठ घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कई नई सुविधाएँ शुरू की हैं। गांधी मैदान को अस्थायी पार्किंग जोन के रूप में चिन्हित किया गया है। वहाँ से श्रद्धालुओं को सुरक्षित घाटों तक पहुँचाने के लिए अलग मार्ग और परिवहन व्यवस्था बनाई गई है। नगर निगम की टीमें घाटों पर सफाई, लाइटिंग और बैरिकेडिंग का कार्य तेज़ी से कर रही हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की लापरवाही न हो।
प्रशासन की सख्त निगरानी और तैनाती
छठ पर्व के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने सख्त सुरक्षा व्यवस्था की है। प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी (DM) और नगर आयुक्त ने घाटों का संयुक्त निरीक्षण किया। हर क्षेत्र में SDO, पुलिस बल, गोताखोर और राहत दल तैनात किए गए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने भी विशेष सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी किए हैं और नावों को सतर्क मोड पर रखा गया है।
हेल्पलाइन नंबर और आपातकालीन सहायता
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं: 112, 1070, 0612-2219810, 2219234 किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालु इन नंबरों पर तुरंत संपर्क कर सकते हैं।
साथ ही, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि —
- असुरक्षित घाटों की ओर न जाएँ
- बैरिकेड न तोड़ें
- बच्चों और बुज़ुर्गों पर विशेष ध्यान दें
- गंगा किनारे स्वच्छता बनाए रखें
भक्ति और सुरक्षा का अद्भुत संगम
छठ महापर्व केवल पूजा नहीं, बल्कि बिहार की आस्था, अनुशासन और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। इस वर्ष प्रशासन और श्रद्धालुओं के संयुक्त प्रयास से पटना में भक्ति और सुरक्षा का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। सुरक्षा नियमों का पालन करके ही छठ पर्व को सुखद, सुरक्षित और शांति से संपन्न बनाया जा सकता है। “सुरक्षित घाट – शांत मन – सफल अर्घ्य” यही प्रशासन और जनता का साझा संकल्प है।
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