Patna Jail Viral Video: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और जेलों को समाज सुधार का केंद्र माना जाता है, लेकिन पटना के मसौढ़ी उपकारा (जेल) से वायरल हुआ (Patna Jail Viral Video) एक ताजा वीडियो इन दोनों ही धारणाओं को चुनौती देता नजर आ रहा है। वायरल वीडियो में जेल के वार्ड नंबर 1 में कुछ कैदी शराब पीते, गांजा फूंकते और मोबाइल फोन का खुला इस्तेमाल करते दिख रहे हैं। वीडियो के दृश्य ऐसे हैं जैसे किसी पार्टी हॉल में जश्न मनाया जा रहा हो – जबकि यह एक जेल है, जहां नशा और मोबाइल दोनों ही प्रतिबंधित हैं।
वीडियो वायरल होते ही प्रशासन हरकत में, लेकिन क्या कार्रवाई होगी ठोस?
वीडियो वायरल होते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। बेऊर जेल के अधीक्षक ने मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और मसौढ़ी जेल प्रशासन से (Patna Jail Viral Video) रिपोर्ट तलब की गई है। हालांकि, ऐसे मामलों में आमतौर पर प्रशासन की कार्रवाई केवल “जांच के आदेश” तक ही सीमित रहती है। जनता का विश्वास तभी लौटेगा जब दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और यह केवल दिखावा न बनकर एक मिसाल कायम करे।
जेल में मोबाइल, शराब और गांजा – कैसे पहुंच रही हैं ये चीजें?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि जेल जैसी जगह पर ये प्रतिबंधित चीजें आखिर कैसे पहुंच रही हैं? क्या जेल प्रशासन की मिलीभगत है? या फिर सुरक्षा तंत्र में कोई गहरी खामी है? मोबाइल फोन से लेकर शराब और गांजे तक की उपलब्धता (Patna Jail Viral Video) दर्शाती है कि जेल में किसी न किसी स्तर पर सिस्टम फेल है। जिस जेल में बंदियों की गतिविधियों पर चौबीसों घंटे नजर होनी चाहिए, वहां खुलेआम नशा करना किसी गहरी साजिश या लापरवाही का संकेत है।
यह पहला मामला नहीं है, मसौढ़ी जेल पहले भी रहा है विवादों में
यह कोई नई घटना नहीं है। मसौढ़ी उपकारा पहले भी कई बार विवादों में आ चुका है। मोबाइल फोन बरामद होने से लेकर कैदियों द्वारा बाहर से सामान मंगवाने तक की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि अब ये सब चीजें HD वीडियो में रिकॉर्ड होकर (Patna Jail Viral Video) जनता के सामने आ रही हैं। इससे साफ है कि जेल के अंदर माफिया और आपराधिक गतिविधियों को रोकने में प्रशासन नाकाम रहा है।
कानून की आंखें बंद, कैदियों की पार्टियां चालू!
सोशल मीडिया पर इस (Patna Jail Viral Video) वीडियो को लेकर जनता का गुस्सा साफ दिख रहा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब जेल में ही कानून व्यवस्था का ये हाल है, तो बाहर की सुरक्षा का क्या हाल होगा? व्यंग्य करते हुए लोग कह रहे हैं कि जेल में अब “स्वैच्छिक नशा मुक्ति अभियान” की जगह “स्वैच्छिक नशा प्रवेश योजना” चल रही है। यदि ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आती रहीं, तो बिहार में कानून और व्यवस्था की साख को गंभीर क्षति पहुंच सकती है।
आगे क्या? जनता को चाहिए जवाब, ना कि सिर्फ जांच
अब देखना यह होगा कि इस मामले में क्या प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई करता है या एक बार फिर ‘कड़ी चेतावनी’ देकर बात को रफा-दफा कर दिया जाएगा। अगर यह साबित हो जाता है कि (Patna Jail Viral Video) वीडियो असली है और यह गतिविधियां वास्तव में मसौढ़ी जेल के भीतर हो रही हैं, तो यह सिर्फ एक जेल नहीं बल्कि पूरे न्यायिक व्यवस्था पर सवाल है
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