Patna News: पटना में डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम का जनता दरबार आज प्रशासनिक सिस्टम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। जमीन रसीद, रंगदारी, निबंधन, अतिक्रमण से जुड़ी शिकायतों पर डीएम ने मौके पर ही त्वरित फैसले लिए। उनकी सख्त कार्रवाई से कर्मचारियों में खलबली मच गई और कई विभाग आज पूरे अलर्ट मोड में दिखे।
Patna News: जमीन रसीद रोकने के आरोप पर तत्काल जांच का आदेश
बिहटा के सुनील राम ने जनता दरबार में शिकायत की कि कर्मचारी मनीष कुशवाहा जानबूझकर उनकी जमीन की रसीद नहीं काट रहे हैं। शिकायत सुनते ही डीएम ने बिहटा सीओ को तुरंत जांच का आदेश दिया, कहा कि यदि कर्मचारी की लापरवाही पाई गई तो कड़ी विभागीय कार्रवाई होगी। डीएम की इस सख्ती ने कर्मचारियों को साफ संदेश दे दिया— जमीन से जुड़े मामलों में हेराफेरी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं।
लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार आयोजित इस जनता दरबार में कुल 65 शिकायतें दर्ज हुईं। सबसे ज्यादा मामले जमीन निबंधन, अतिक्रमण, रास्ता बंद करने, रंगदारी और रसीद से जुड़े विवाद जुड़े थे।
अतिक्रमण और रास्ता बंद मामले पर त्वरित प्रतिक्रिया
गौरीचक के राकेश कुमार ने बताया कि प्लॉट नंबर 31 पर उनकी जमीन पर अतिक्रमण हुआ है। मार्ग (रास्ता) को अवैध रूप से बंद कर दिया गया है। डीएम ने पुनपुन सीओ को मौके पर जाकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। इसी दौरान एक अन्य शिकायतकर्ता, ध्रुव कुमार, ने जमीन के निबंधन पर रोक लगाने की बात कही। डीएम ने वहीं से जिला अवर निबंधक को फोन कर तुरंत जांच व कार्रवाई के आदेश दिए।
थानेदार पर शोकॉज—रंगदारी मामले में लापरवाही पर सख्ती
जनता दरबार में मौजूद ग्रामीण एसपी ने एक रंगदारी मामले में लापरवाही पाए जाने पर थानेदार को सीधे शोकॉज कर दिया। यह पहली बार था जब जनता के सामने ही इस तरह की कार्रवाई की गई।
आने वाले दिनों में और सख्त होगा प्रशासन
डीएम की आज की कार्रवाई से यह स्पष्ट संकेत मिला कि जमीन विवाद, राजस्व से जुड़े मामले, रंगदारी, और अतिक्रमण। इन सभी मुद्दों पर प्रशासन आने वाले दिनों में और अधिक सख्ती दिखाने वाला है। जनता दरबार के बाहर भी यह चर्चा रही कि आज की कार्रवाई के बाद पूरा प्रशासनिक ढांचा टाइट मोड में आ गया है।
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