Bihar Election: जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर इन दिनों अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ पर लगातार जनता से संवाद कर रहे हैं। इस यात्रा के तहत शनिवार को वह वैशाली और समस्तीपुर पहुंचे, जहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार सरकार पर तीखा हमला बोला और अपनी पार्टी की ताकत का दावा किया।
जन सुराज बना बिहार का सबसे बड़ा राजनीतिक संगठन: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि जन सुराज अभियान अब किसी भी अन्य पार्टी से बड़ा राजनीतिक (Bihar Election) संगठन बन चुका है। उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर 2024 को जन सुराज ने एक राजनीतिक दल का रूप लिया और मात्र 7-8 महीनों में इसकी सदस्य संख्या लाखों तक पहुंच चुकी है।
उनके अनुसार, इस पार्टी को अब तक 1 करोड़ से अधिक लोगों का समर्थन मिल चुका है, जिनमें से हर महीने 3 से 4 लाख लोग 10 रुपये की सदस्यता शुल्क देकर पार्टी से जुड़ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि यह संगठन लोगों को राजनीतिक विकल्प देने में सफल हो रहा है और अब राज्य की राजनीति की दिशा बदल रहा है।
‘बिहार बदलाव यात्रा’, जिसे 20 मई को जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताब दियारा से शुरू किया गया, का उद्देश्य बिहार में सिस्टम को बदलना और जनता को लोकतांत्रिक जागरूकता देना है।
वृद्धावस्था पेंशन बढ़ोतरी का श्रेय जन सुराज को, 2000 रुपये देने का वादा
प्रशांत किशोर ने हाल ही में नीतीश सरकार द्वारा वृद्धावस्था पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये किए जाने का स्वागत किया, लेकिन साथ ही इसे जन सुराज के दबाव का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि वे पिछले ढाई वर्षों से लगातार इस मुद्दे को उठा रहे थे, क्योंकि मौजूदा पेंशन राशि महंगाई के लिहाज से नाकाफी थी।
उन्होंने वादा किया कि यदि नवंबर 2025 में जन सुराज की सरकार बनती है, तो वृद्धावस्था पेंशन को और बढ़ाकर 2000 रुपये प्रतिमाह किया जाएगा। किशोर ने कहा, “यह लोकतंत्र की ताकत है कि जन सुराज के उभार ने सरकार को जनता के मुद्दों पर सोचने के लिए मजबूर किया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि जन सुराज के आने से बिहार की राजनीति में ‘राजनीतिक बंधुआ मजदूरी’ की अवधारणा खत्म हो रही है, और अब जनता के पास एक ईमानदार विकल्प मौजूद है।