Sonpur Mela 2025: बिहार का सोनपुर मेला, जिसे हरिहर क्षेत्र मेला के नाम से भी जाना जाता है, एक बार फिर अपने भव्य स्वरूप में लौटने जा रहा है। अगर तिथियों में कोई बदलाव नहीं हुआ तो इस साल सोनपुर मेला 2025 की शुरुआत 9 नवंबर (रविवार) से होने जा रही है। जैसे-जैसे तूफानी चक्रवात का असर कम हो रहा है, वैसे-वैसे मेला क्षेत्र में तैयारियों में तेजी आ गई है।
इस वर्ष का सोनपुर मेला खास रहने वाला है, क्योंकि इस बार अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का एक अद्भुत मॉडल यहां तैयार किया जा रहा है, जो मेले का मुख्य आकर्षण होगा।
Sonpur Mela 2025: मेला परिसर में तैयारियों में लगी पूरी ताकत
हरिहरनाथ मंदिर परिसर के आसपास फैले विस्तृत मेला मैदान में इस समय प्रशासनिक अधिकारियों के शिविर, पंडाल और विभागीय स्टॉल युद्धस्तर पर बनाए जा रहे हैं। पर्यटन विभाग का मुख्य पंडाल, आर्ट एंड क्राफ्ट ग्राम, रेल ग्राम और थिएटर क्षेत्र में काम तेजी से चल रहा है।
- कमिश्नर, डीएम, एसपी और आईजी जैसे पदाधिकारियों के शिविर बन रहे हैं।
- स्वास्थ्य, बिजली, खेल, पुलिस लाइन और ट्रैफिक विभाग के कैंप भी लगभग तैयार हैं।
- पंडालों में सजावट का काम, पर्दों और ईंट सोलिंग का कार्य चल रहा है ताकि आगंतुकों को किसी तरह की असुविधा न हो।

सोनपुर मेला में सजे रंगीन बाजार और झूले
हरिहरनाथ द्वार से ड्रोलिया सिंदूर चौक तक की सड़कों के दोनों ओर देशभर से आए व्यापारी अपनी दुकानें सजा रहे हैं। कपड़ा, स्टील, लकड़ी, काष्ठ फर्नीचर और लौह सामग्री की सैकड़ों दुकानें तैयार हो चुकी हैं। कश्मीरी बाजार में इस बार करीब एक दर्जन दुकानें लगेंगी। लकड़ी बाजार रोड और चिड़िया बाजार चौक के बीच रंग-बिरंगे झूले लोगों को लुभाने के लिए सजाए जा रहे हैं।
हालांकि कुछ क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या बनी हुई है, लेकिन प्रशासन ने नालियों की सफाई और पानी निकासी के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
अयोध्या के राम मंदिर का मॉडल बनेगा आकर्षण का केंद्र
इस बार का सबसे बड़ा आकर्षण अयोध्या के तर्ज पर तैयार किया जा रहा भगवान श्रीराम के मंदिर का भव्य मॉडल होगा। यह मॉडल चिड़िया बाजार रोड के पश्चिमी हिस्से में बन रहा है, जहां पटना के कारीगर इमामुद्दीन अंसारी और उनकी टीम दिन-रात काम में जुटी है। कारीगरों के अनुसार, “यह मंदिर अत्यंत भव्य और आकर्षक होगा। इसका निर्माण मेला उद्घाटन से पहले पूरा कर लिया जाएगा ताकि श्रद्धालु इसे देख सकें।”
सोनपुर मेला क्यों है खास
यह एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, कला प्रदर्शनी और स्थानीय हस्तशिल्प देखने को मिलते हैं। गंगा और गंडक नदी के संगम पर लगने वाला यह मेला धार्मिक आस्था और पर्यटन दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
Sonpur Mela 2025 की मुख्य जानकारियां
| विवरण | जानकारी |
| मेला प्रारंभ तिथि | 9 नवंबर 2025 (रविवार) |
| स्थान | हरिहर क्षेत्र, सोनपुर, बिहार |
| मुख्य आकर्षण | अयोध्या राम मंदिर मॉडल, झूले, क्राफ्ट ग्राम, सांस्कृतिक कार्यक्रम |
| आयोजक विभाग | पर्यटन विभाग, बिहार सरकार |
मेला में आने वाले पर्यटकों के लिए सुझाव
- भीड़भाड़ से बचने के लिए सुबह या शाम के समय भ्रमण करें।
- स्थानीय हस्तशिल्प और पारंपरिक वस्त्र अवश्य खरीदें।
- बच्चों के लिए झूलों और खाने-पीने के स्टॉल का आनंद लें।
- प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
सोनपुर मेला 2025 (Sonpur Mela 2025) सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि बिहार की संस्कृति, परंपरा और पर्यटन का संगम है। इस बार अयोध्या के राम मंदिर का भव्य मॉडल इसे और भी खास बनाएगा। अगर आप बिहार की असली पहचान को करीब से महसूस करना चाहते हैं, तो इस साल सोनपुर मेला जरूर जाएं।








