Bihar Chunav: बिहार चुनाव में राजद को मिली करारी हार के बाद अब उसके पार्टी के नेता एक के बाद एक पार्टी का दामन छोड़ने नजर आ रहे हैं. इसी बीच देखा जाए तो काफी लंबे समय से राजनीति से जुड़े रहने वाले और राष्ट्रीय जनता दल का साथ देने वाले एक कद्दावर नेता ने अब पार्टी का दामन छोड़ दिया है. ये ऐसे कद्दावर नेता माने जाते हैं, जिन्होंने कभी चुनावी रण में नीतीश कुमार को भी धूल चटाने का काम किया था.
ऐसे में खास तौर पर तब जब बिहार चुनाव में राजद को मन मुताबिक सीट नहीं मिली है. उस बीच इस नेता का पार्टी छोड़ना बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है.
Bihar Chunav: इस नेता ने छोड़ी आरजेडी
हम यहां जिस दिग्गज नेता की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं पूर्व सांसद विजय कृष्ण है, जिन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा दे दिया है और अब पूरी तरह राजनीति से अलग होने की बात कह चुके हैं. 74 साल के विजय कृष्ण ने राजद सुप्रीमो लालू यादव को अपना इस्तीफा सौपा जिन्होंने अपने इस्तीफा में बताया कि वह दलगत और सक्रिय राजनीति से अलग होने का निर्णय ले चुके हैं.
उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी संगठनात्मक पदों से त्यागपत्र देने की बात भी कही. आपको बता दें कि 2004 के लोकसभा चुनाव में बाढ़ सीट से सीएम नीतीश कुमार को विजय कृष्ण ने हराकर राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी. हालांकि 2009 में राजद से टिकट नहीं मिला तो कुछ समय तक वह जदयू में रहें लेकिन फिर उन्होंने दोबारा राजद का दामन थाम लिया.
ऐसी रही विजय कृष्ण की राजनीतिक यात्रा
1997 में जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव बनने के बाद विजय कृष्ण की राजनीतिक यात्रा बड़ी सुगमता से आगे बढ़ती गई. 1990 और 1995 में वह बाढ़ सीट से जनता दल से दो बार विधायक चुने गए. लालू और राबड़ी सरकार में वह मंत्री भी बने. विवादों से भी विजय कृष्ण का पुराना नाता रहा है. 2010 के विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें एक मर्डर केस में आरोपी पाया गया और 2013 में उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. 2022 में बड़ी होने के बाद लगभग 10 साल बाद वह जेल से बाहर आए.








