238 साल पुराना है पटना का गोलघर, आज भी है बिहार का ऐतिहासिक धरोहर
बिहार में आज भी कई ऐसी जगह हैं जो ऐतिहासिक धरोहर के रूप में देखी
जाती है. उसी में एक नाम गोलघर का आता है.
पटना के गांधी मैदान के पश्चिम में गोलघर स्थित है, जो आज लगभग 238 साल पुराना हो गया है.
1786 में इसका निर्माण हुआ था, जिसके बाद से ही यह दुनिया भर के तमाम लोगों के लिए आकर्षण
का केंद्र बना हुआ है.
अंग्रेजों के समय अनाज के भंडारण के लिए इसका निर्माण करवाया गया था. कहा जाता है कि एक समय में गोलघर के अंदर 140000 टन अनाज रखा जा सकता है.
गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग ने गोलघर के निर्माण की योजना बनाई थी.
गोलघर के अगर विशेषता की बात करें तो इसकी ऊंचाई 29 मीटर है और दीव
ार की मोटाई 3.6 मीटर है. इसके ऊपर जाने के लिए आपको 145 सीढी़यों पर चढ़ना होगा.
गोलघर के निर्माण में सीमेंट और पिलर्स का उपयोग नहीं किया गया है.
जिस अनाज को संग्रह करने के लिए गोलघर बनाया गया, उसमें अनाज जल्दी सड़ जाते थे जिस कारण उद्देश्य पूरा नहीं हो पाया.
आज भले ही यह लोकप्रिय है लेकिन इसे इसकी खामियों के कारण अंग्रेजों की मूर्खता कहा जाता है.