शीतला मंदिर बिहार की राजधानी पटना के अगम कुआं में स्थित है, जो रहस्यों से भरपूर है.

शीतला माता को चेचक का प्रतीक माना जाता है जिनकी पूजा और लेप करने से शरीर की गर्मी खत्म हो जाती है और कई तरह के रोग से लोग मुक्त होते हैं.

शीतला माता की चार भुजाएं है. एक हाथ में कलश, दूसरे में श्री शीतलाष्टक की पुस्तक, तीसरे हाथ में नीम की डाली और चौथे हाथ में विभूति और फल की झोली है.

साल भर यहां भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है लेकिन खास तौर पर नवरात्र में यह भीड़ बढ़ जाती है.

यहां पर एक कुआं भी है जिसे लेकर यह दावा किया जाता है कि इसके जल से कई रोग ठीक हो जाते हैं और इसका पानी कभी नहीं सूखता.

शीतला माता को जलन से राहत देने के लिए हर दिन सुबह उन्हें दही और चीनी से स्नान कराया जाता है. उन्हें मुख्य रूप से दही और बताशा का भोग लगाया जाता है.

पूजा करने के लिए भक्त इसी कुएं के जल का उपयोग करते हैं. यह दावा किया जाता है कि इस जल के सेवन से संतान की प्राप्ति होती है.

105 फीट गहरा कुआं को लकर वैज्ञानिक भी काफी कोशिश कर चुके हैं लेकिन कोई प्रमाण नहीं मिला.