रतन टाटा की कुछ खास बातें जो उन्हें दूसरे उद्योगपतियों से बनती है अलग।
रतन टाटा के इंस्टाग्राम पर उनके 3.5 मिलियन फॉलोअर्स है। एक बार जब इन्होंने इंस्टाग्राम पर जमीन पर बैठे एक फोटो को अपलोड किया था।
तब एक महिला फॉलोअर ने उन्हें छोटू कहकर संबोधित किया था। तब लोगों ने उसे महिला को ट्रोल करना शुरू कर दिया था।
इस पर रतन टाटा जी ने उस महिला का बचाव करते हुए यह कहा था कि उनकी मनसा कोई गलत नहीं थी। हर इंसान अंदर से एक बच्चा ही है।
कॉविड-19 जैसे वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक किट जैसे मास्क दस्ताने पीपीई किट के लिए रतन टाटा ने केंद्र सरकार को 500 करोड रुपए दान में दे दिए।
मुंबई के ताज होटल में 26/11 के हमले में घायल कर्मचारी को पूरी तरह ठीक होने तक पूरा वेतन दिया गया। इसके अलावा जो कर्मचारी हमले में मारे गए उनके बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च रतन टाटा खुद वहन कर रहे हैं।
रतन टाटा हमेशा अपने ड्राइवर का सम्मान करते हैं और हमेशा ड्राइवर के बगल में बैठकर यात्रा करते हैं। ताकि उन्हें यह अहसास ना हो कि उनसे ज्यादा समृद्ध है। कई बार तो खुद कर चलते हैं और उन्हें बगल में बैठाते हैं।
रतन टाटा की पहल पर टाटा ट्रस्ट ने ऐसे युवाओं के लिए जो स्कूल कॉलेज में बेहतर अंक पाते हैं पर आगे की पढ़ाई के लिए आर्थिक रूप से समृद्ध नहीं है। उनके लिए वित्तीय सहायता देने की योजना शुरू की।
रतन टाटा को जानवरों से बहुत प्यार है। उन्होंने एक एनजीओ के साथ मिलकर आवारा पशु के गले में रेडियम वाला बेल्ट पहनाना शुरू किया ताकि रात के अंधेरे में वाहन चालकों को दूर से दिखाई दे और कोई भी जानवर दुर्घटना का शिकार ना हो।
रतन टाटा बहुत ही शांति स्वभाव के हैं। अपने साथ कंपनी के छोटे-छोटे कर्मचारियों से बहुत ही प्यार से मिलते हैं उनकी जरूरत को समझते हैं और उनकी हर संभव मदद करते हैं।