RJD में शामिल हो सकती है Heena Shahab, लालू- तेजस्वी से गुपचुप हो रही मुलाकात

On: Thursday, August 8, 2024 6:37 PM
Heena Shahab

Lalu-Tejashwi Met Heena Shahab: लोकसभा चुनाव 2024 के बाद इस वक्त देखा जाए तो बिहार के सियासत में एक बार फिर से हलचल तेज हो चुकी है. पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और उनके बेटे ओसामा को लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से गुपचुप तरीके से मुलाकात करते हुए देखा गया. यह मुलाकात आरजेडी एमएलसी विनोद जायसवाल के पटना आवास पर हुई. बताया जा रहा है कि लगभग 1 घंटे के इस मुलाकात के बाद बिहार में सियासी हलचल और भी ज्यादा तेज हो चुकी है.

अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब (Heena Shahab) की राष्ट्रीय जनता दल में वापसी हो सकती है और राज्यसभा का उपचुनाव में वह हिस्सा ले सकती है. हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है यह जल्द ही पता चल जाएगा. कयास तो यह भी लगाए जा रहे हैं कि हिना शहाब (Heena Shahab) के बेटे या उनकी बहू की राजनीति में एंट्री हो सकती है. दोनों में से किसी एक को सिवान के रघुनाथपुर विधानसभा से टिकट मिल सकता है.

हालांकि औपचारिक रूप से अभी तक नाहीं तो तेजस्वी यादव और नहीं हिना शहाब ने इस बात का ऐलान किया है और राजद में जाने की पुष्टि भी नहीं की है लेकिन इस मुलाकात के पीछे का मकसद कुछ तो जरूर है.

विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी आरजेडी

आपको बता दे की राष्ट्रीय जनता दल शहाबुद्दीन के परिवार को पार्टी में वापस लाकर मुस्लिम समर्थकों को एक बहुत बड़ा मैसेज देना चाहेगी, क्योंकि इस बार जो लोकसभा चुनाव हुए हैं उसमें राष्ट्रीय जनता दल ने भले ही चार सीटों पर जीत दर्ज की लेकिन उसे सिवान और सारण सीट पर हार का सामना करना पड़ा, जिससे साफ नजर आ रहा है कि लालू परिवार से मुस्लिम वोटर (Heena Shahab) काफी नाराज नजर आ रहे हैं.

यही वजह है कि मुस्लिम वोटर्स को बहलाने के लिए अब लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी कोई बहुत बड़ा दांव खेल सकते हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद तेजस्वी यादव को यह पता चल गया है कि शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब (Heena Shahab) का राजद छोड़कर जाना उनकी पार्टी को कितना महंगा पड़ा है. यही वजह है कि सारण में लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य की हार में हिना शहाब (Heena Shahab) की बहुत बड़ी भूमिका रही. एक तरफ मीसा भारती ने पाटलिपुत्र लोकसभा से जीत हासिल की लेकिन रोहिणी आचार्य की हार ने लालू प्रसाद के परिवार को बहुत बड़ा झटका दिया.

नई पार्टी से हो सकता है खतरा

आपको बता दे की राष्ट्रीय जनता दल को आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर किसी भी रणनीति बनाने से पहले प्रशांत किशोर की नई पार्टी जनसुराज को लेकर सावधान रहना होगा, क्योंकि वह भी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं और उनका सबसे बड़ा टारगेट मुस्लिम वोट बैंक है. ऐसे में संभव है कि जिस तरह मुकेश सहनी को लोकसभा चुनाव में तेजस्वी अपने साथ लाए थे, उसी तरह इस बार विधानसभा चुनाव में हिना सहाब (Heena Shahab) को अपने साथ लाकर मुस्लिम वोटर्स को अपनी तरफ करने की कोशिश कर सकते हैं.

आपको बता दे कि बिहार में दो राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. राजद की मीसा भारती और भाजपा के विवेक ठाकुर के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट अभी खाली है.

अगर राज्यसभा चुनाव में मतदान की स्थिति बनती है तो 3 सितंबर को वोटिंग होगी और रिजल्ट की घोषणा भी उसी दिन होगी. हालांकि बिहार के दोनों सीटों पर वोटिंग की संभावना कम है. संख्या बल के आधार पर एनडीए का पलडा़ काफी भारी नजर आ रहा है, क्योंकि एक सीट पर एनडीए की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा को उम्मीदवारी दी जाएगी और दूसरी सीट पर अभी भी पेच फंसा हुआ नजर आ रहा है जिसे लेकर कुछ भी कहना मुश्किल है.

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