Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता में 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना ने इस वक्त देश भर में आक्रोश पैदा कर दिया है, जहां देखा जा रहा है कि देशभर के अलग-अलग हिस्सों में डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हुए हैं और उनका प्रदर्शन जारी है. अभी तक इस मामले में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें 22 अगस्त तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया हैं.
इसी बीच देखा गया कि विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग अचानक 40- 50 की संख्या में अस्पताल परिसर में पहुंच गए और उन्होंने जमकर हमला कर दिया. हालांकि इस बीच प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठी चार्ज भी किया. आपको बता दे कि अस्पताल में तोड़फोड़ करने वाली नर्सों का कहना था कि वह भीड़ सेमिनार रूम (Kolkata Rape Murder Case) में घुसना चाहती थी, जहां अपराध हुआ है.
पीड़िता के परिवार वालों का छलका दर्द
कोलकाता रेप मर्डर केस (Kolkata Rape Murder Case) में परिवार वालों का कहना है कि हम अगर इसके बदले पैसे लेंगे तो उसे बहुत दुख होगा. सीबीआई ने परिवार वालों का बयान ले लिया है और उन्होंने परिवार वालों को यह आस्वस्त किया है कि उनकी बेटी को न्याय मिलकर रहेगा. परिवार वालों ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर देश भर के साथ-साथ विदेश में भी जो विरोध प्रदर्शन हो रहा है, हम उसके पक्ष में है.
हम सभी को अपना बेटा- बेटी मानते हैं और हम कानून से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं. इस पूरे मामले को लेकर आरजी कर अस्पताल को लेकर कोलकाता के तीन अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में तीन मामले दर्ज किए गए हैं. फिलहाल हर एंगल से सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और हर सबूत को इकट्ठा करने पर नजर है.
गैंग रेप का है मामला
कोलकाता रेप मर्डर केस(Kolkata Rape Murder Case) के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि यह मामला रेप का नहीं बल्कि गैंगरेप का है. जूनियर डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट से 151 ग्राम लिक्विड मिला है और यह लिक्विड ज्यादातर सीमन है. थोड़ा बहुत इसमें म्यूकस या दो तीन और चीज हो सकती है, जो इस बात का सबूत दे रहा है कि आरोपी एक नहीं बल्कि एक से ज्यादा है क्योंकि औसतन एक शख्स का जो सीमन होता है वह 5 ग्राम के आसपास होता है.
इतना ही नहीं जिस तरह चोट के निशान महिला डॉक्टर के शरीर पर पाए गए हैं, उससे यह बिल्कुल भी नहीं लग रहा है कि यह एक अकेले आरोपी का काम है. यही वजह है कि सीबीआई कोलकाता पुलिस पर सबूत को मिटाने का आरोप लग रही है. अस्पताल की जो तीसरी मंजिल के सेमिनार हॉल में जूनियर डॉक्टर को मारा गया है, उस फ्लोर तक को पुलिस ने अभी तक सील नहीं किया है. यह सबसे बड़ा सवाल है बल्कि इस फ्लोर और इस सेमिनार हॉल के बराबर में तोड़फोड़ और मरम्मत का काम शुरू कर दिया.