Bihar Hooch Tragedy: बिहार में जिस तरह से हर दिन शराब को लेकर अलग-अलग मामले सामने आ रहे हैं, उससे यह साफ पता चल रहा है कि बिहार में अभी भी शराबबंदी कानून पूरी तरह से लागू नहीं हो पाई है क्योंकि अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं और अब इसका कहर बिहार (Bihar Hooch Tragedy) में साफ नजर आ रहा है,
जहां बिहार के 16 गांव में जहरीली शराब से 36 लोगों की मौत हो चुकी है और यह आकडे़ दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं. इसमें सबसे ज्यादा सिवान और सारण के लोग शामिल है. अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं जिनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है और कुछ लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है.
सारण और सिवान में स्थिति गंभीर
आपको बता दे कि आज सुबह ही सिवान में तीन और सारण में दो लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है और अब तक सिवान में 26 और सारण में 10 लोगों की जान जा चुकी है. आपको बता दे कि यह सिलसिला सिवान में 14 अक्टूबर से ही शुरू हो गया है, लेकिन सारण में जिन भी लोगों की मौत हुई है उन्होंने 15 अक्टूबर को यह जहरीली शराब पी थी. अभी भी 44 लोग ऐसे हैं जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. सारण से कुछ लोगों को पटना के पीएमसीएच भेजा गया है जहां उनकी हालत अभी बिल्कुल भी सही नहीं है.
नीतीश कुमार ने की समीक्षा
आपको बता दे कि नीतीश कुमार हमेशा से अपने भाषण में शराबबंदी (Bihar Hooch Tragedy) का जिक्र करते हैं और हमेशा शराबबंदी के नाम पर अपनी पीठ थपथपाते हैं लेकिन इस वक्त इस कांड के बाद सरकार भी कटघरे में खड़ी हो चुकी है, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब कांड (Bihar Hooch Tragedy) की समीक्षा की है और इस पूरे मामले की जांच की मॉनिटरिंग डीजीपी को करने को कहा है, जहां स्थिति को जानकर हर पहलू पर जांच करने की कोशिश की जा रही है. आपको बता दे कि जिस शराब से लोगों की मौत हुई है, उसे स्पिरिट से बनाकर तैयार किया गया था जिसे पीने के बाद मौत का सिलसिला शुरू हुआ.