Patna Crime News: बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर गोलियों की गूंज से दहल उठी है। बुधवार को शाहपुर थाना क्षेत्र के मुबारकपुर मोड़ के पास उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने दिनदहाड़े एक जमीन कारोबारी को गोली मार दी। इस हमले में घायल कारोबारी की पहचान धर्मेंद्र कुमार उर्फ राहुल के रूप में हुई है, जो भोजपुर जिले के उदवंतनगर के रहने वाले हैं और वर्तमान में पटना के रघुरामपुर चांदमारी में रह रहे हैं। धर्मेंद्र जमीन खरीद-बिक्री का व्यवसाय करते हैं और यह उन पर दूसरी बार जानलेवा हमला हुआ है।
धर्मेंद्र की हालत गंभीर, निजी अस्पताल में भर्ती
घटना के वक्त धर्मेंद्र बाजार से सब्जी लेकर अपनी स्कूटी से घर लौट रहे थे। जैसे ही वह मुबारकपुर मोड़ के पास पहुंचे, एक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उन्हें निशाना बनाकर दो राउंड फायरिंग की। एक गोली उनके बाएं हाथ में लगी, जबकि दूसरी उनकी पीठ में जा धंसी। गोलियों की आवाज सुनते ही आसपास के लोगों में अफरातफरी मच गई और मौके पर भीड़ जमा हो गई। लोग तुरंत घायल धर्मेंद्र को पास के अनुमंडलीय अस्पताल ले गए, लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें वहां से दानापुर के सगुना मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। वहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और डॉक्टर लगातार निगरानी में रखे हुए हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस हरकत में आई। दानापुर डीएसपी टू पंकज कुमार मिश्रा और शाहपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार आनंद घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की। डीएसपी मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि धर्मेंद्र का अपने परिवार के कुछ लोगों के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था और इसी विवाद में यह हमला किया गया हो सकता है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल से कई अहम साक्ष्य जुटाए हैं और आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। वहीं दूसरी ओर, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापेमारी भी की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। इसके साथ ही जमीन विवाद से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
यह वारदात न सिर्फ पटना की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि आम जनता की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता पैदा कर रही है। दिनदहाड़े एक आम नागरिक को गोली मार देना इस बात का संकेत है कि अपराधियों में अब कानून का कोई डर नहीं रह गया है। पहले भी पटना में इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन ऐसी वारदातों की लगातार पुनरावृत्ति ने शहरवासियों में दहशत का माहौल बना दिया है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों की मानें तो धर्मेंद्र एक सीधे-साधे व्यक्ति हैं और लंबे समय से जमीन के कारोबार से जुड़े हैं। मोहल्ले के लोग उन्हें एक शांत स्वभाव के इंसान के रूप में जानते हैं। लोगों को यह विश्वास नहीं हो रहा कि उनके साथ ऐसा हो सकता है। इस घटना के बाद मोहल्ले में तनाव का माहौल है और लोग डरे-सहमे नजर आ रहे हैं।
क्या पटना में सुरक्षित है आम आदमी?
पिछले कुछ महीनों में पटना में फायरिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं। कहीं जमीन विवाद को लेकर गोली चलती है, तो कहीं आपसी रंजिश में। पुलिस के दावे और कार्रवाइयों के बावजूद अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या पटना अब सुरक्षित शहर रह गया है?
पटना की सड़कों पर इस तरह से खुलेआम गोली चलने की घटनाएं पुलिस प्रशासन को चेतावनी हैं कि उन्हें अपनी कार्यशैली में बदलाव लाना होगा। आम जनता को सुरक्षा का भरोसा देना होगा और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करनी होगी ताकि अपराधियों में कानून का खौफ पैदा हो सके।
इस घटना ने न सिर्फ एक कारोबारी की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है, बल्कि शहर के हर उस नागरिक को सोचने पर मजबूर कर दिया है, जो रोजाना बाजार, दफ्तर या घर के काम से बाहर निकलता है। लोग अब सवाल पूछ रहे हैं – क्या हमारा शहर अब सुरक्षित नहीं रहा?
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