Bihar Bhumi: नए साल की शुरुआत होने के साथ ही जमीन की खरीद बिक्री करने वाले लोगों को अब जोरदार झटका लगता नजर आ रहा है, जहां बिहार में अब जमीन और मकान की रजिस्ट्री करना नए साल से महंगा होने वाला है. आपको बता दें कि वर्तमान में 2016 के मार्केट वैल्यू एक्ट के आधार पर रजिस्ट्री शुल्क वसूला जा रहा है. जबकि बीते कई सालों में जमीन और मकान की बाजार कीमतों में भारी वृद्धि हो चुकी है. इसी बीच मद्द निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने जमीन और मकान के मार्केट वैल्यू रेट नए सिरे से निर्धारण करने का फैसला लिया है.
Bihar Bhumi: तीन गुना बढ़ेगा जमीन रजिस्ट्री का शुल्क
साल 2026 के साथ नया मार्केट वैल्यू रेट लागू होने के बाद लगभग तीन गुना तक जमीन रजिस्ट्री के शुल्क में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. ऐसे में अगर आप भी जमीन रजिस्ट्री करने की योजना बना रहे हैं तो नए साल से पहले ही इस काम को खत्म कर ले वरना नए साल में रजिस्ट्री करना आपके ऊपर अतिरिक्त आर्थिक बोझ हो सकता है. इसके पीछे वजह यह है कि मौजूदा व्यवस्था में सरकार को अपेक्षित राजस्व नहीं मिल पा रहा है.
बीते 9 साल में जमीन और मकान की कीमतें कई गुना बढी़ है लेकिन रजिस्ट्रेशन शुल्क पुराने रेट पर ही लिया जा रहा था. यही कारण है कि मद्द निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने जमीन के नए सिरे से पुन: निरीक्षण कर नया एमवीआर लागू करने का फैसला लिया है.
इस हिसाब से होगा मूल्यांकन
दरअसल वर्तमान एमवीआर की तुलना में जमीन की बिक्री 10 गुना तक ज्यादा दर पर हो रही है जिससे काले धन को सफेद करने की प्रवृत्ति पर भी अंकों को अंकुश लगाया जा सकेगा. अभी भी कई ऐसे नगर परिषद और नगर पंचायत क्षेत्र है जहां अभी भी खेतीहर भूमि के रेट पर ही रजिस्ट्री हो रही है. अब इन क्षेत्रों में सभी जमीनों का नया मार्केट वैल्यू रेट तय कर उसी के हिसाब से रजिस्ट्री शुल्क वसूली जाएगी. ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में व्यावसायिक भूमि, औद्योगिक भूमि, आवासीय भूमि, राष्ट्रीय राजमार्ग और मुख्य सड़कों के साथ-साथ अन्य गलियों की आवासीय भूमि का अलग-अलग मूल्यांकन किया जाएगा. उसी हिसाब से जमीन का मार्केट वैल्यू तय होगा.
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