Bridge Collapsed: बिहार में इस वक्त देखा जाए तो पुल गिरने का सिलसिला थम नहीं रहा है. हर दिन पुल गिरने की जानकारी सामने आ रही है, उसके बाद से ही सरकार और प्रशासन को कटघरे में लिया जा चुका है. आपको बता दे कि इस वक्त सहरसा के महर्षि प्रखंड के कुंदह पंचायत में प्राणपुर एन एच 17 से बलिया सिमर जाने वाली सड़क पर जो पुल बनाया गया था, वह पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है.
बताया जा रहा है कि कोसी नदी जिस तरह से रौद्र रूप दिखा रही है उसी के तेज बहाव के कारण यह पुल (Bridge Collapsed) गिर गया है लेकिन यह बिल्कुल ज्यादा पुराना नहीं था. आज से 5 साल पहले ही इसका निर्माण नीतिश सरकार ने कराया था. इसे बनाने वाले जदयू कोटे से मंत्री रत्नेश सादा के गृह पंचायत में ग्रामीण कार्य विभाग ने बनवाया था.
नहीं थम रहा बिहार में पुल गिरने का सिलसिला
आपको बता दे कि सहरसा में पुल गिरने (Bridge Collapsed) के बाद अभी तक देखा जाए तो पिछले 20 दिनों में बिहार में कई सारे पुल गिरने के मामले सामने आए हैं. जुलाई के पहले सप्ताह में सिवान जिले में दो और सारण में एक पुल फिर मधुबनी जिले के झंझारपुर में निर्माणाधीन पुल का बिम गिर गया, जिसकी करीब 3 करोड़ की लागत बताई जा रही थी. वही बकरा नदी के ऊपर जो पुल गिरा है, वह 12 करोड़ की लागत से बन रहा था.
इसके कुछ दिन बाद देखा गया कि फिर सिवान की गंडक नदी पर बन रहा पुल, पूर्वी चंपारण में निर्माणाधीन पुल और किशनगंज में कंकाई और महानंदा नदी को जोड़ने वाली नदी पर बना रहे पुल (Bridge Collapsed) के गिरने का मामला सामने आया है, जिस कारण लोगों का आवागमन काफी ज्यादा बाधित हो रहा है.
नीतीश सरकार कर रही है जांच
आपको बता दे कि लगातार गिर रहे पुल (Bridge Collapsed) को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले हफ्ते ही समीक्षा बैठक के बाद संबंधित अधिकारियों को राज्य के सभी पुराने पुलों का सर्वेक्षण करने और उन पुल की पहचान करने का निर्देश दिया था जिनको तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है. लगातार पुल गिरने की घटना पर अब राजनीति शुरू हो चुकी है. बिहार सरकार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने इसे लेकर राजद के कार्यकाल पर आरोप लगाया है. वहीं दूसरी ओर नीतीश के करीबी मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि तेजस्वी यादव के पास यह विभाग था, जिसकी जांच कराई जानी चाहिए.