Hathras Satsang Stampede: हाथरस (Hathras) में जो घटना हुई है, उसके बार देश भर में हड़कंप मचा हुआ है और अभी तक 121 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. पहली बार घटना को लेकर भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि का बयान सामने आया है, जिन्होंने इस घटना को लेकर दुख व्यक्त करते हुए असामाजिक तत्वों पर आरोप लगाया है और कहा है कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.
आपको यह जानकारी दे कि सत्संग स्थल पर जिस तरह की व्यवस्था की गई थी, उससे कई गुना ज्यादा लोगों के पहुंचने के कारण सैकड़ो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, क्योंकि आयोजन स्थल पर अव्यवस्थाओं का आलम था. भीड़ ज्यादा होने के कारण पंडाल में जगह कम पड़ने पर लोग दलदल भरे मैदान में बैठने को मजबूर थे और वही दलदल लोगों की मौत का कारण बन गया.
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Hathras मामले पर भोले बाबा ने दिया बयान
हाथरस (Hathras) मामले पर चर्चा करते हुए मृतको के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा ने अपने वकील के जरिए यह बयान दिया है और 2 जुलाई के दिन हाथरस में जो सत्संग आयोजित हुआ था, उस दिन भोले बाबा पहले ही निकल चुके थे. आपको बता दे कि यूपी पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और बताया है कि इस कार्यक्रम में 80000 लोगों के जुड़ने की अनुमति ली गई थी लेकिन ढाई लाख लोगों को जूटाया गया. हालांकि एफआइआर में भोले बाबा का नाम दर्ज नहीं है.
एक दूसरे पर गिरने लगे लोग
आपको बता दे कि हाथरस (Hathras) मामले में आयोजकों ने अनुमति मांगते समय सत्संग में आने वाले भक्तों की जो असली संख्या थी, उसे छिपाई थी. ट्रैफिक मैनेजमेंट में मदद नहीं की और भगदड़ के बाद सबूत छुपाए. यही वजह है कि इस तरह का हादसा हुआ. 2 बजे भोले बाबा अपनी गाड़ी से वहां से निकल रहे थे, जहां-जहां से गाड़ी गुजर रही थी वहां- वहां से उनके अनुवाई धूल मिट्टी उठाने लगे. देखते ही देखते लाखों की बेकाबू भीड़ नीचे बैठे या झुके भक्तों को कुचलने लगी और चीख पुकार मच गई. कई लोग कीचड़ और नाले में गिर गए जिस कारण ज्यादातर महिला और बच्चे घायल हो गए.