Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे सीटों को लेकर सियासी हलचल बढ़ती जा रही है। इसी बीच मनेर विधानसभा क्षेत्र में NDA गठबंधन द्वारा घोषित प्रत्याशी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। गठबंधन की ओर से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) [LJP(R)] के उम्मीदवार को यहां से टिकट दिया गया है, लेकिन मनेर की जनता इस फैसले से नाराज नज़र आ रही है।
Bihar Election 2025: स्थानीय न होकर भी मिला टिकट, जनता में असंतोष बढ़ा
सूत्रों के अनुसार, एनडीए ने मनेर सीट से LJP (रामविलास) के प्रत्याशी को मैदान में उतारा है, जो इस विधानसभा क्षेत्र से संबंधित नहीं हैं। इस वजह से स्थानीय लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि उम्मीदवार को मनेर की ज़मीनी हकीकत, जनता की समस्याओं और यहां के विकास के मुद्दों की जानकारी नहीं है, इसलिए उन्हें प्रतिनिधित्व देने का कोई औचित्य नहीं बनता।
एक स्थानीय निवासी ने कहा “हम चाहते हैं कि मनेर का उम्मीदवार मनेर से ही हो। बाहरी व्यक्ति न तो हमारी तकलीफ समझ सकता है और न ही यहां के लोगों के साथ जुड़ाव बना सकता है।”
जनता की मांग – NDA करे प्रत्याशी में बदलाव
मनेर की जनता ने साफ तौर पर कहा है कि यदि एनडीए अपने उम्मीदवार में बदलाव नहीं करता, तो इस बार RJD उम्मीदवार भाई वीरेंद्र को जीतने से कोई नहीं रोक सकता। लोगों का कहना है कि भाई वीरेंद्र पिछले कई सालों से क्षेत्र में सक्रिय हैं, उन्होंने सड़कों, शिक्षा और विकास के मुद्दों पर लगातार काम किया है, जिसके कारण जनता के बीच उनकी मजबूत पकड़ है।
सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा ट्रेंड कर रहा है। कई स्थानीय यूजर्स ने पोस्ट लिखकर पार्टी नेतृत्व से अपील की है कि मनेर की भावनाओं का सम्मान करते हुए किसी स्थानीय और लोकप्रिय चेहरे को उम्मीदवार बनाया जाए।
भाई वीरेंद्र की पकड़ और NDA की चिंता
मनेर विधानसभा सीट पर RJD विधायक भाई वीरेंद्र पिछले कई वर्षों से जनता के बीच लोकप्रिय रहे हैं। वे लगातार अपने क्षेत्र के विकास के लिए आवाज उठाते रहे हैं। यदि NDA अपने प्रत्याशी में बदलाव नहीं करता है, तो राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह सीट बिना किसी बड़ी चुनौती के RJD के खाते में जा सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मनेर में लड़ाई अब सिर्फ उम्मीदवारों के बीच नहीं, बल्कि जनता के विश्वास और बाहरी बनाम स्थानीय चेहरे के मुद्दे पर आकर टिक गई है।
NDA के लिए चुनौतीपूर्ण बनता मनेर
मनेर सीट को हमेशा से ही सियासी रूप से अहम माना जाता है। यह पटना जिला की उन सीटों में से है जो राजधानी की नज़दीकी के कारण राजनीतिक रूप से हमेशा चर्चा में रहती हैं। NDA के लिए यह सीट न सिर्फ प्रतिष्ठा की बात है बल्कि आगामी चुनाव में गठबंधन की ताकत को भी दिखाने का प्रतीक बनेगी। अगर जनता की नाराजगी ऐसे ही बनी रही, तो NDA के लिए यह सीट मिशन 2025 में मुश्किल साबित हो सकती है।
मनेर की जनता की साफ राय है, “जो हमारे बीच रहता है, वही हमारी बात समझ सकता है।” NDA नेतृत्व के सामने अब दो रास्ते हैं। या तो प्रत्याशी बदलकर जनता का भरोसा जीतने की कोशिश करे, या फिर भाई वीरेंद्र की बढ़ती लोकप्रियता के सामने एक कठिन चुनौती का सामना करे।