Bihar News: बिहार की राजधानी पटना से बड़ी खबर सामने आ रही है। मुंगेर में 200 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में फरार चल रहे आरोपी उमेश कुमार सिंह का शव पटना के एक होटल के कमरे से बरामद किया गया है। पुलिस ने प्राथमिक जांच में आत्महत्या की आशंका जताई है, हालांकि घटना के पीछे की असली वजह का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
पटना के होटल में मिला शव
जानकारी के अनुसार, यह मामला पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मगध होटल का है। होटल कर्मियों ने पुलिस को बताया कि 52 वर्षीय उमेश कुमार सिंह, जो मुंगेर जिले के बिंदवाड़ा मोहल्ले के रहने वाले थे, 17 अक्टूबर की दोपहर 12:45 बजे होटल में अकेले पहुंचे थे। उन्होंने कमरा नंबर-4 बुक किया और उसके लिए 3000 रुपये नकद जमा कराए।
होटल स्टाफ के मुताबिक, अगले दिन यानी बुधवार की सुबह जब सफाईकर्मी कमरे की सफाई करने पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक आवाज देने के बाद जब कोई जवाब नहीं मिला, तो होटल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस ने दरवाजा तोड़ा, जहां उमेश का शव कमरे के अंदर फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला।
200 करोड़ की ठगी का आरोपी था उमेश सिंह
मृतक उमेश कुमार सिंह पर मुंगेर जिले में करीब 200 करोड़ रुपये की ठगी का गंभीर आरोप था। पुलिस के अनुसार, उमेश एक कोऑपरेटिव कमेटी चलाता था और लोगों से 2% मासिक ब्याज देने के नाम पर करोड़ों रुपये इकट्ठा किए थे। शुरुआत में वह लोगों को नियमित रूप से ब्याज की राशि लौटाता था, जिससे लोगों का विश्वास बढ़ता गया। लेकिन पिछले तीन महीनों से उसने ब्याज देना बंद कर दिया। इसके बाद जब निवेशक अपने पैसे मांगने उसके घर पहुंचे, तो उमेश फरार हो गया।
आत्महत्या की आशंका, लेकिन कई सवाल बाकी
मुंगेर पुलिस के मुताबिक, उमेश के खिलाफ कासिम बाजार थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी। बीते 17 अक्टूबर की सुबह उसकी स्कूटी, जूते और कपड़े दुमंठा घाट पर मिले थे। उस समय यह अफवाह फैली थी कि उसने गंगा में कूदकर आत्महत्या कर ली है। हालांकि, अब उसका शव पटना के होटल से मिलने के बाद कई नए सवाल उठ खड़े हुए हैं। क्या उमेश वाकई आत्महत्या करना चाहता था या उसके साथ कोई साजिश रची गई? फिलहाल, पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है और होटल के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।
पुलिस ने कहा – जांच जारी है
कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा। वहीं, मुंगेर पुलिस भी इस केस से जुड़े दस्तावेज और सबूत जुटा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उमेश ने सैकड़ों परिवारों को आर्थिक रूप से बर्बाद कर दिया। किसी ने अपनी जमीन बेची, तो किसी ने रिटायरमेंट का पैसा लगाकर निवेश किया था। अब उनके लिए यह घटना नए सवाल और दर्द छोड़ गई है।