Tiger Reserve In Bihar: इस वक्त बिहार में देखा जाए तो कई ऐसे प्रोजेक्ट चल रहे हैं जो आने वाले समय में यहां के लोगों के लिए काफी कल्याणकारी साबित होंगे. बिहार वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अधिकारियों के अनुसार यह बताया गया है कि भभुआ के जंगलों में कैमरे के माध्यम से बाघों को देखा गया है. यही वजह है कि यहां टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) बनाया जाएगा और अब इसकी सहमति सरकार ने दे दी है.
आपको बता दे कि मौजूदा समय में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) में 54 बाघ है और पिछले 10 सालों में देखा जाए तो बाघों की संख्या में वृद्धि हुई है. वर्तमान समय में 45 की क्षमता वीटीआर की है, इसमें अभी 54 बाघ रह रहे हैं.
इन 3 जिलों के लिए बनाया गया प्लान
दरअसल रोहतास, कैमूर वन क्षेत्र में राज्य का जो दूसरा टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) बनने वाला है, यह कॉरिडोर कैमूर के अधौरा, भगवानपुर, रामपुर होते हुए रोहतास के चेनारी, शिवसागर, सासाराम, तिलौथू, रोहतास व नोहट्टा प्रखंड तक में होगा. आपको बता दे कि पटना, गया, मुजफ्फरपुर की हवा राष्ट्रीय वायु मानक के अनुसार नहीं है. यही वजह है कि इन तीनों जिलों के लिए विशेष स्वच्छ वायु एक्शन प्लान बनाया गया है. पटना में वायु गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए आइआइटी बीएचयू, मुजफ्फरपुर के लिए आईआईटी दिल्ली और गया के लिए आईआईटी पटना को रिसर्च की जिम्मेदारी दी गई है.
अररिया में बनेगा चिड़ियाघर
आपको बता दे कि बिहार के अररिया के रहने वाले लोगों को अब बहुत बड़ी सौगात मिलेगी जहां रानीगंज में चिड़ियाघर बनेगा. साथ ही साथ चंपारण में घड़ियाल इनक्यूबेशन सेंटर खुलेगा. वही बक्सर के नवानगर में पुनर्वास केंद्र खुलेगा और चंपारण की तरह बेतिया में भी घड़ियाल का इनक्यूबेशन सेंटर खुलेगा. विभाग द्वारा बताया गया है कि राज्य की सभी जिले में एक पार्क बनेगा जहां बच्चों के खेलने से लेकर मॉर्निंग वॉक की पूरी व्यवस्था होगी.