बिहार की राजधानी पटना में हर साल विजयदशमी (Dussehra 2024) के मौके पर रावण दहन का कार्यक्रम होता है लेकिन इस बार इसमें एक बहुत बड़ा गोलमाल हो गया है और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को रावण दहन (Dussehra 2024) के लिए आमंत्रण नहीं मिला है.
उन्हें न बुलाने के पीछे उनके बड़े भाई तेज प्रताप एक बहुत बड़ी वजह है क्योंकि तेज प्रताप को लेकर एक बहुत बड़ी शिकायत सामने आई है जिस कारण इस बार दोनों भाइयों को निमंत्रण नहीं दिया गया है और बताया है कि इस बार महामहिम राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर इसका उद्घाटन करेंगे और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया है.
इस वजह से नहीं मिला न्योता
दरअसल इस बारे में दशहरा (Dussehra 2024) कमेटी के अध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया है कि हम इस तरह से किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं करते लेकिन जब कृष्ण महोत्सव में दही हांडी का कार्यक्रम था, उस वक्त हमने तेजस्वी यादव को निमंत्रण भेजा था लेकिन वह नहीं आए. जब पिछले बार विजयदशमी (Dussehra 2024) के अवसर पर रावण दहन का कार्यक्रम था तब भी हमने तेजस्वी यादव को पूछा था लेकिन उन्होंने तेज प्रताप को भेज दिया.
जब भी तेज प्रताप मंच पर आते हैं तो खराब स्थिति हो जाती है और उनके मंच पर आने के बाद हम लोग बाहर हो जाते हैं. पिछली वर्ष की बात को याद करते हुए उन्होंने कहा कि हम भेदभाव नहीं कर रहे हैं. अगर हिंदू मुस्लिम की बात होती है तो रावण, मेघनाथ, कुंभकरण को बनाने वाले कारीगर मुस्लिम ही है जो पिछले 2001 से यह काम कर रहे हैं, इसलिए उनकी भावना आहत होती है.
शामिल रहेंगे ये नेता
तेज प्रताप और तेजस्वी यादव को न्योता भले ही ना मिला हो लेकिन इसमें कई दिग्गज नेता नजर आएंगे, जहां विजयदशमी (Dussehra 2024) को होने वाले रावण दहन कार्यक्रम के मौके पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, विजय कुमार चौधरी, अखिलेश प्रसाद सिंह मौजूद रहेंगे.
दरअसल ये कमेटी 1955 से लगातार दशहरा के मौके पर रावण दहन का कार्यक्रम करता है और इस बार भी पूरी तरह से आतिशबाजी को इको फ्रेंडली रखा गया है जिससे पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा. तीन बड़े हनुमान जी के साथ नागा बाबा ठाकुर बारी से जुलूस चलेगा और 4 बजे तक गांधी मैदान पहुंचेगी. इसके बाद 5:00 बजे रावण वध का कार्यक्रम होगा जिसमें लाखों लोगों की भिड़ इकट्ठा रहेगी.