Fake Exam In Bihar: बिहार में इस वक्त देखा जाए तो नौकरी के नाम पर लोगों के साथ काफ़ी फर्जीवाडा़ हो रहा है और उन्होंने जिस तरह की नौकरी के लिए आवेदन दिया है, वह पूरी तरह से फर्जी था. हाल ही में नीट यूजी पेपर लीक केस ने पूरे देश में बवाल मचा दिया था, जहां अब इसके बाद बिहार (Fake Exam) में एक नया मामला सामने आया है.
परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों का जो एडमिट कार्ड जारी किया गया था, उसमें वैकेंसी के विज्ञापन में जल संसाधन मंत्रालय और जलाशय संसाधन परिषद लिखा हुआ था, जिस कारण अभ्यर्थी चकमा खा गए. बताया गया था कि देश के 40 शहरों में यह ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी और हर केंद्र पर 300 छात्रों की परीक्षा होनी थी.
ये है पूरा मामला
जल संसाधन की मंत्रालय की फर्जी वेबसाइट बनाकर शातिरों ने अपर डिवीजन क्लर्क, स्टेनो और मल्टीटास्किंग ऑफिसर के लिए 1185 पदों पर बहाली (Fake Exam) के लिए विज्ञापन अपलोड किया. लोगों ने इसके लिए अप्लाई भी किया और 28 जुलाई को आयोजित परीक्षा में शामिल होने भी पहुंचे लेकिन पटना में जो एग्जाम सेंटर बनाए गए थे, वहां परीक्षा देने आए लोगों को सच के बारे में पता चला, जिसके बाद लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया, तब जाकर पुलिस ने मामला शांत कराया. हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी तक इस बारे में किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई होगी.
सर्वर डाउन होने के कारण खुली पोल
इस फर्जीवाड़ी (Fake Exam) का खुलासा तब हुआ जब परीक्षा देने के लिए छात्र पहुंचे तो 10 मिनट में ही सिस्टम का सर्वर डाउन हो गया. कुछ परीक्षा दे रहे थे और कुछ का सिस्टम काम नहीं कर रहा था. कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा देते समय जब लिंक पर क्लिक किया तो संबंधित विभाग का वेबसाइट खुला ही नहीं. कुछ अभ्यर्थियों का जल शक्ति मंत्रालय की बनाई गई फर्जी वेबसाइट खुली, जिसमें कुछ अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे. इसके बाद छात्रों ने हंगामा करना शुरू कर दिया.
जैसे ही हंगामा तेज हुआ अचानक सेंटर के संचालक आए और कहा कि परीक्षा रद्द कर दी गई है जिसके बाद वहां के सभी स्टाफ फरार हो गए. जब पुलिस ने केंद्र संचालक से पूछताछ की तो बताया गया कि सर्वर में गड़बड़ी की वजह से परीक्षा (Fake Exam) को रद्द कर दिया गया.