Human Trafficking: पूर्णिया के.नगर थाना क्षेत्र के बेलारिकाबंग गांव स्थित अंबेडकर नगर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव की नाबालिग और गरीब लड़कियों को शादी का झांसा देकर बंगाल के युवकों को बेचा जा रहा है। यह मामला गांव में चिंता और भय का कारण बन गया है।
शादी के नाम पर कथित मानव तस्करी का आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि गांव का ही एक व्यक्ति, संतोष राम उर्फ नीरज राम, पिछले पांच वर्षों से इस अवैध गतिविधि में शामिल है। बताया जा रहा है कि वह पहले गरीब परिवारों की लड़कियों को बेहतर जीवन का लालच देता है, फिर उन्हें शादी के नाम पर बंगाल के अजनबी युवकों से विवाह करवा देता है।
इसके बदले में वह दोनों पक्षों से ₹50,000 से ₹70,000 तक की राशि वसूलता है। इस लेनदेन (Human Trafficking) को वैध दिखाने के लिए विवाह की प्रक्रिया को सामाजिक रूप दिया जाता है, जिससे कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके।
ग्रामीणों को डराने की कोशिश, कई लड़कियां अब तक लापता
जब कुछ ग्रामीणों ने इस कृत्य (Human Trafficking) का विरोध किया, तो उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी गई। कई परिवारों ने बताया कि शादी के बाद उनकी बेटियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया। एक लड़की ने किसी तरह अपने साथ हुए शोषण की जानकारी परिजनों को दी, जिससे इस पूरे मामले का खुलासा हुआ।
परिवारवालों ने कबूल की सच्चाई
आरोपी के भांजे सुजीत कुमार ने भी पुष्टि की है कि उसके मामा इस कार्य (Human Trafficking) में संलिप्त हैं। यहां तक कि संतोष के बड़े भाई आमोद राम उर्फ सुबोध राम ने बताया कि उन्होंने जब इसका विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई। गांव में इस घटना को लेकर व्यापक नाराजगी है। बताया गया है कि एक साल पहले संतोष को गांव से बाहर कर दिया गया था, लेकिन उसने स्थान बदलकर यह काम जारी रखा।
गांव में भय का माहौल, महिलाएं चिंतित
गांव की महिला प्रतिनिधि अहिल्या देवी और ग्रामीण रेखा देवी ने बताया कि कुछ लड़कियों को भेजे जाने के बाद अब तक कोई खबर नहीं आई है। इससे पूरे गांव में डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले (Human Trafficking) की तत्काल जांच कर कार्रवाई की जाए।