JP Ganga Path Crack: आज के समय में बिहार अपने पुलों की वजह से एक अलग ही पहचान बन चुका है। आए दिन बिहार में पुल को लेकर एक नया मामला देखने को मिलता है। कभी पुल गिर जाते हैं तो कभी पुल गायब हो जाते हैं। अब एक बार फिर से सोशल मीडिया पर बिहार के एक पुल की चर्चा हो रही है। पुल को लेकर यह मामला पटना राजधानी का है। जहां कुछ दिन पहले सीएम नीतीश कुमार ने जेपी गंगा पथ (JP Ganga Path Crack) के दीदारगंज तक विस्तार का उद्घाटन किया था। महज उद्घाटन के कुछ दिनों बाद ही इसमें दरार आ गया है।
अब सोशल मीडिया पर इस दरार को लेकर खूब चर्चा हो रही है।वैसे तो दीदारगंज में पुल पर आई इस दरार की रातों-रात मरम्मत कर दी गई है। अब वहां दरार का कोई निशान तक नहीं है। हालांकि इन सबसे पहले इसकी इतनी चर्चा हो गई है कि खुद पथ निर्माण को इस पर सफाई देनी पड़ी और अब खुद विभाग के मंत्री दरार वाली जगह का निरीक्षण करेंगे।
138 महीने की मेहनत पर सवाल
दीघा से दीदारगंज तक 20.5 किलोमीटर लंबी जेपी गंगा पथ (JP Ganga Path Crack) 138 महीने में पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया। जिसकी आखरी फेज का उद्घाटन पिछले 10 अप्रैल को सीएम नीतीश कुमार ने किया। और इस पुल को पूरी तरह से जनता को सौंप दिया। जेपी गंगा पथ का निर्माण चरणबद्ध तरीके से पूरा किया गया। जिसकी कुल लागत 3831 करोड़ है। 10 अप्रैल को उद्घाटन के महज तीन दिन बाद ही इसमें दरार आ गई। यह दरार दीदारगंज के पास पुल के पिलर नंबर A-3 के पास आई है। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी।
जिसमें यह देखा जा रहा था कि दरारें ब्रिज की दोनों लेने पर नजर आ रही थी। वीडियो वायरल होने के बाद विभाग के अधिकारियों के द्वारा आनन-फानन में दरार का निरीक्षण करने पहुंच गए। निरीक्षण के बाद इस दरार को रातों-रात मरम्मत कर पूरी तरह से भर दिया गया है। लेकिन सोशल मीडिया पर अभी भी इसकी (JP Ganga Path Crack) खूब चर्चा हो रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जितना जल्दी घर नहीं बनता उतना जल्दी पुल बनाकर उद्घाटन कर दिया गया है। कल रात में ही अलकतरा से दरार को बंद कर दिया गया।
जेपी गंगा पथ दरार विवाद पर सरकार की सफाई
उद्घाटन के महज दो-तीन दिन बाद ही दरार आने की बात जब सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी और सरकार के ऊपर सवाल उठने लगे। तो पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इसको निराधार और अफवाह बताया। उन्होंने इस पर सफाई देते हुए बताया कि पुल के जीस भाग में क्रैक (JP Ganga Path Crack) बताया जा रहा है असल में वहां किसी प्रकार की दरार नहीं है।
पिलर और संपर्क पद के बीच में एक्सपेंशन जॉइंट के ढलाई से ढका हुआ था। 10 अप्रैल को इस सड़क से परिचालन शुरू होते ही कंपन के कारण यह जॉइंट सतह पर उभर (JP Ganga Path Crack) गया था। इसे फिर से भर दिया गया है। अब सूचना यह भी है कि वह खुद कल यानी मंगलवार को फूल का निरीक्षण करेंगे।