Maner News: पटना में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में एक छात्रा की मौत का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब मनेर थाना क्षेत्र के महिनावा गांव में एक और दर्दनाक वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। गुरुवार सुबह 11 साल की मासूम बच्ची का शव गांव के पास एक अमरूद के पेड़ से लटका मिला। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और लोगों में गुस्सा देखने को मिला।
परिजनों का आरोप है कि मासूम के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या की गई है। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने मनेर-दानापुर मुख्य मार्ग को जाम कर आगजनी करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके कारण यह दर्दनाक घटना घटी।
पुलिस का दावा और ग्रामीणों का आक्रोश
पटना पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई का दावा किया है। पुलिस के मुताबिक, गुरुवार सुबह शव बरामद होने के बाद तकनीकी शाखा, FSL टीम, डॉग स्क्वॉड और CCTV एक्सपर्ट को मौके पर भेजकर साक्ष्य एकत्र किए गए। नगर पुलिस पश्चिमी की टीम ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (दानापुर-2) के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया और मात्र 6 घंटे में घटना का खुलासा कर दिया।
पुलिस ने बताया कि भोला राय (48 वर्ष) और हरिगोविंद राय, जो स्थानीय निवासी हैं, को गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद पहचान उजागर होने के डर से उसकी हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया। जिस बगीचे से बच्ची का शव मिला, उसी की देखरेख का काम मुख्य आरोपी करता था।
थाने का घेराव और बढ़ता आक्रोश
वारदात के बाद से ग्रामीणों में गुस्सा और आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को भी आक्रोशित लोगों ने मनेर थाने का घेराव किया और थाने के गेट पर आगजनी की। उन्होंने थानेदार को निलंबित करने की मांग की और पुलिस की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर सिटी एसपी वेस्ट सहित कई थानों की पुलिस तैनात की गई है। हालांकि पुलिस के दावों के बावजूद ग्रामीणों का आक्रोश कम नहीं हो रहा है। उनका कहना है कि अगर समय रहते पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई की होती, तो मासूम की जान बचाई जा सकती थी।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
यह दर्दनाक घटना एक बार फिर से सवाल खड़े करती है कि बेटियां आखिर कब सुरक्षित होंगी। लगातार बढ़ते अपराधों ने न सिर्फ मनेर बल्कि पूरे पटना जिले में कानून-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की ढिलाई और प्रशासन की लापरवाही अपराधियों के हौसले बुलंद कर रही है। फिलहाल, पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी हुई है और आरोपियों से पूछताछ जारी है। वहीं, स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
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