Factory In Bihar: बीते कई सालों से यह देखा जा रहा है कि कई बड़ी-बड़ी कंपनियां बिहार (Bihar) में इन्वेस्ट करने में रुचि दिखा रही है और 2022 से 2024 के बीच 12000 करोड रुपए के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल बिहार को मिले हैं. इससे पहले 2016 से 2022 के बीच यह आंकड़ा 2500 करोड़ का था और यह भी बताया जा रहा है कि अगले 12 महीने में प्राइवेट क्षेत्र में लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर मिलने वाले हैं. ऐसे में जो लोग कम पढ़े लिखे हैं या पढ़े लिखे नहीं है उन्हें भी काम मिलने वाला है.
रोजगार के लिए नहीं जाना होगा Bihar से बाहर
बिहार (Bihar) की राजधानी पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली और पूर्वी- पश्चिमी चंपारण ये ऐसे जिले हैं जहां आने वाले सालों में नौकरियों की भरमार होने वाली है क्योंकि कई बड़ी-बड़ी कंपनी अपनी फैक्ट्री यहां पर लगाने जा रही हैं और यह दावा किया जा रहा है कि बिहार (Bihar) में 30000 करोड रुपए के इन्वेस्टमेंट का यह रोजगार पैदा होगा, जहां बिहार को 12 क्लस्टर में बांटकर रोजगार देने की कोशिश है और यह जो क्लस्टर होंगे वह दो हिस्सों में बन रहे हैं. मुख्यमंत्री सूक्ष्म और लघु उद्योग क्लस्टर के तहत नालंदा में झूला क्लस्टर, ख्वाजा क्लस्टर और कढ़ाई क्लस्टर को विकसित किया गया है. वही बिहटा के ब्रिटानिया कंपनी में काम करने वाले मजदूर को रोजगार मिला है जो काफी खुश है क्योंकि मधुबनी से पटना आना बिहार से बाहर जाने से काफी बेहतर है. इसमे लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आती है.
निवेश कर रही है ये बड़ी-बड़ी कंपनियां
बिहार (Bihar) के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का कहना है कि बिहार में नई उद्योग प्रोत्साहन नीति और सिंगल विंडो सिस्टम देश में सबसे बेहतर है. बिहार (Bihar) उत्तर पूर्व की सबसे बड़ी औद्योगिक हब बनने की दिशा में तेजी से कम कर रही है और बिहार में अडानी, पेप्सीको, टाटा जैसी कंपनियां तेजी से निवेश कर रहे हैं जिससे लोगों के लिए रोजगार के नए-नए मौके उपलब्ध हो रहे हैं. मौजूदा समय में बिहार (Bihar) में लैंड बैंक के रूप में औद्योगिक क्षेत्र के लिए कुल 9438 एकड़ जमीन है. इसमें 4766 एकड़ जमीन उद्योग लगाने को आवंटित की गई है और अभी भी बिहार सरकार के पास 3706 एकड़ जमीन आवंटन के लिए बची है.