बिल्कुल शुद्ध है Patna Mahavir Mandir का ‘नैवेद्दम’ प्रसाद, तिरुपति विवाद के बाद हो रही चर्चा

Patna Mahavir Mandir: इस वक्त पूरे देश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद की हर तरफ चर्चा हो रही है, जहां मंदिर के लड्डू में आपत्तिजनक वस्तुओं की मिलावट की खबरों ने लोगों की आस्था के साथ बहुत बड़ा खिलवार किया है, जिस कारण लोगों के बीच हड़कंप मच गया. इसी बीच यह देखा जा रहा है कि पटना का महावीर मंदिर (Patna Mahavir Mandir) जहां का नैवेद्दम प्रसाद काफी ज्यादा मशहूर है.

अब उसकी शुद्धता पर भी चर्चा होने लगी है जिसकी शुद्धता का प्रमाण देते हुए महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया है कि यह प्रसाद पूरी तरह से शुद्ध और स्वच्छ है. गाय के शुद्ध घी से इस प्रसाद को तैयार किया जाता है जिसकी गुणवत्ता की हर 3 महीने में जांच होती है.

इस तरह तैयार होता है प्रसाद

हम अगर नैवेद्दम प्रसाद खाते है तो हमें उसमें कई तरह का स्वाद मिलता है जिससे यह पता चलता है कि इसे बनाने में काफी मेहनत और शुद्धता का पालन किया गया है. पहले चना दाल से बेसन तैयार किया जाता है जिसे शुद्ध घी में पका कर बूंदी बनाई जाती है. इसमें काजू, किशमिश और इलायची का सही अनुपात में मिश्रण कर लड्डू तैयार किए जाते हैं, जिसके लिए मशीन का इस्तेमाल होता है.

नैवेद्दम की मांग दिन प्रतिदिन काफी ज्यादा बढ़ती जा रही है और यह सभी लोग जानते हैं कि इससे जो आय प्राप्त होता है, उसका इस्तेमाल महावीर कैंसर संस्थान समेत सात अस्पतालों में गरीब मरीज की सेवा के लिए किया जाता है. महावीर मंदिर (Patna Mahavir Mandir) के प्रसाद नैवेद्यम को भारत सरकार के भोग सर्टिफिकेट से मान्यता भी प्राप्त है.

तिरुपति बालाजी के बाद Patna Mahavir Mandir के लड्डू है फेमस

आप यह बात जानकर हैरान हो जाएंगे की तिरुपति बालाजी मंदिर के बाद अगर सबसे ज्यादा कहीं बिक्री लड्डुओं की होती है तो वह महावीर मंदिर (Patna Mahavir Mandir) है जहां हर महीने लगभग 1.25 लाख लड्डू की खपत होती है, जिसके लिए 15000 किलो शुद्ध घी का इस्तेमाल होता है. वैसे तो बाजार में कई तरह के शुद्ध घी मौजूद है लेकिन इस प्रसाद को बनाने के लिए कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के नंदिनी घी का ही इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही साथ इसमें जो पानी का इस्तेमाल होता है उसकी भी हर 3 महीने में जांच होती है.

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