Patna Double Decker Flyover: पटना के लोगों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिली है। 11 जून से शहर की सड़कों पर बिहार का पहला डबल डेकर फ्लाईओवर पूरी तरह से चालू हो गया है। यह फ्लाईओवर ना सिर्फ ट्रैफिक को सुगम बनाएगा, बल्कि अशोक राजपथ जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में समय की बचत भी करेगा। हालांकि, इसके उद्घाटन के कुछ ही दिनों बाद एक हादसा सवाल भी खड़े कर गया है।
422 करोड़ की लागत से बना आधुनिक एलिवेटेड कॉरिडोर
यह डबल डेकर (Patna Double Decker Flyover) एलिवेटेड कॉरिडोर करीब 422 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन करते हुए इसे राजधानी के लिए गेमचेंजर बताया। लंबे समय से अशोक राजपथ, पीएमसीएच, पटना यूनिवर्सिटी और साइंस कॉलेज क्षेत्र के लोग ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझते रहे हैं। यह फ्लाईओवर अब उन लोगों के लिए राहत बनकर आया है।
क्या आप जानते हैं? अशोक राजपथ पटना के सबसे व्यस्त और ऐतिहासिक रास्तों में से एक है, जहां हर दिन हजारों गाड़ियां गुजरती हैं।
हादसे ने बढ़ाई चिंता: सुरक्षा पर उठे सवाल
उद्घाटन के कुछ ही दिनों बाद पिलर नंबर 62 के पास (Patna Double Decker Flyover) फ्लाईओवर का एक पैनल गिर पड़ा, जिससे एक ई-रिक्शा चालक घायल हो गया और एक छात्र को भी चोट आई। इस हादसे ने निर्माण की गुणवत्ता और रखरखाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम लोग यह पूछने लगे हैं , क्या इतनी बड़ी लागत से बना फ्लाईओवर पूरी तरह सुरक्षित है?
किन इलाकों को होगा सबसे ज़्यादा फायदा?
इस (Patna Double Decker Flyover) फ्लाईओवर से ट्रैफिक का दबाव कम करने की एक प्रभावशाली योजना बनाई गई है:
- दूसरे तल (ऊपरी डेक) से अब गांधी मैदान से पटना यूनिवर्सिटी जाने वाले वाहन गुजरेंगे।
- जबकि पहले तल से पटना यूनिवर्सिटी से गांधी मैदान की ओर आने वाली गाड़ियां चलेंगी।
इस व्यवस्था से पटना के इन इलाकों को विशेष फायदा मिलेगा:
- पीएमसीएच (PMCH) – मरीजों को मिलेगा आसान और तेज़ पहुंच
- पटना यूनिवर्सिटी और साइंस कॉलेज – छात्रों को राहत, समय की बचत
- स्थानीय व्यवसायी और दुकानदार – जाम से मुक्ति से व्यापार को बढ़ावा
क्या यह मॉडल पूरे बिहार में दोहराया जाएगा?
अगर यह डबल डेकर फ्लाईओवर (Patna Double Decker Flyover) पटना में सफल रहता है, तो सरकार इसे अन्य प्रमुख शहरों में भी लागू कर सकती है। सवाल यही है कि क्या निर्माण एजेंसियां इसकी गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर भविष्य में और सतर्क रहेंगी?
सुविधा बड़ी, ज़िम्मेदारी उससे भी बड़ी
बिहार के पहले डबल डेकर फ्लाईओवर ने राजधानी पटना की सूरत बदलने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। लेकिन इसके साथ ही सुरक्षा और संरचना की मजबूती पर सतत निगरानी की ज़रूरत है। जनता को सुविधा मिली है, लेकिन यह भरोसा भी चाहिए कि ऐसी सुविधाएं पूरी तरह सुरक्षित हों।
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